केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी प्रशिक्षण परिषद (एनसीसीटी) की प्रशासनिक परिषद की दूसरी बैठक को सम्बोधित किया और एनसीडीसी के ”आधुनिक बैंकिंग इकाइयों के रूप में सहकारिता” मॉडल का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर एनसीडीसी द्वारा शुरू की गई आधुनिक बैंकिंग इकाइयों का उद्देश्य विभिन्न स्तरों पर सहकारी बैंकों को मजबूत करना और देश के दूरदराज गांवों में किसानों को वित्तीय समावेशन में लाना है।
राधामोहन सिंह ने बताया कि प्राथमिक कृषि ऋण सहकारी समितियों (पैक्स) को सुदृढ़ सूचना प्रौद्योगिकी मंच प्रदान करना, मोदी सरकार की प्राथमिकता है। इस संबंध में एनसीडीसी ने आधुनिक बैंकिंग इकाइयों के रूप में सहकारिताओं के सुदृढ़ीकरण के लिए व्यापक कदम उठाये हैं।
कृषि मंत्री ने बताया कि मॉडल में सूचना प्रौद्योगिकी एवं संबंधित संरचना जैसे डाटा सेंटर, उद्यम नेटवर्क तथा सिक्योरिटी, कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सीबीएस), ए.टी.एम., पी.ओ.एस., ई-लॉबी आदि के उन्नयन एवं नये निर्माण सम्मिलित है। इसमें एनसीडीसी के संस्थान लक्ष्मणराव इनामदार राष्ट्रीय सहकारी अनुसंधान एवं विकास अकादमी के माध्यम से क्षमता विकास में सहकारिताओं को सहायता प्रदान करना भी शामिल है।