नामांकन पत्रों की जांच के बाद उम्मीदवारों की सूची इफको मुख्यालय में बुधवार को नोटिस बोर्ड पर चिपकाई गई थी। समीक्षा के बाद यह स्पष्ट हो गया कि मुकाबला करीब पांच सीटों पर गम्भीर होगा, जबकि ओवर रामचंद्रन, के.एस. गौड़ा और बलबीर सिंह तीनों विजेता के रूप में उभरे हैं।
जैसा कि हमने पहले आपको बताया था कि उत्तम पाटिल ने मुख्यमंत्री के दबाव में के एस गौड़ा के पक्ष में नामांकन पत्र वापस ले लिया था। रामचंद्रन और बलबीर भाग्यशाली रहे क्योंकि उनके प्रतिद्वंद्वियों का नामांकन पत्र समीक्षा के दौरान खारिज हो गया।
विजेता के रूप में नाम सामने आने के बाद ओवर रामचंद्रन ने बुधवार को देर शाम भारतीय सहकारिता को फोन कर धन्यवाद दिया। पाठकों को याद होगा कि पांच साल पहले उन्होंने भारतीय सहकारिता से ही इफको चुनावों के बारे में जाना था। उन्होंने हमें एक मेल लिखा था और इफको का आरजीबी सदस्य बनने के लिए सलाह मांगी थी।
‘भारतीय सहकारिता’ ने उस मेल को तत्कालीन मुख्य चुनाव अधिकारी डा. जी. एन. सक्सेना और इफको के एमडी डा. यू एस अवस्थी को भेजा था। दोनों ने औपचारिकताओं को पूरा करने में उनकी मदद की। इस तरह वह आरजीबी सदस्य बने और आज वह बोर्ड में निदेशक बन गए हैं।
अब मात्र पांच सीटों पर चुनाव होना है। वोट 10 मई यानि कल डाले जाएंगे। ये पांच चुनावी क्षेत्र हरियाणा-दिल्ली, एमपी-छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र और महिला निर्वाचन क्षेत्र है।
हरियाणा-दिल्ली सीट पर मुकाबला निवर्तमान निदेशक और पूर्व मंत्री प्रहलाद सिंह और सुनील खत्री के बीच हैं, जबकि मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ से अमित प्रताप सिंह और मंजू सिंह देव चुनावी मैदान में हैं। अमित मध्य प्रदेश के सहकारिता मंत्री गोविंद सिंह के पुत्र हैं। अधिकांश वोट (37 में से 27) मध्य प्रदेश से हैं, अत: उनका चुनाव जीतना लगभग तय है।
ओडिशा-पश्चिम बंगाल सीट से सिमाचल पाधी और चंद्र कुमार पुरोहित लड़ रहे हैं। पाधी ने इफको मुख्यालय में ‘भारतीय सहकारिता’ से कहा, “एक छोटी सी अड़चन है लेकिन मैं इसे पार कर लूंगा”।
ज्योति राम गुट्टे का नामांकन पत्र खारिज होने के बाद महिला सीट के लिये दो उम्मीदवार साधना जाधव और डॉ. वर्षा कस्तूरकर चुनाव मैदान में हैं। दोनों एक-दूसरे के मुकाबले बेहतर होने का दावा कर रही हैं।
ज्यादातर चुनाव क्षेत्रों में टक्कर आमने-सामने की है। लेकिन महाराष्ट्र-तेलंगाना-आंध्र प्रदेश-गोवा निर्वाचन क्षेत्रों में कांटे की टक्कर है, जहां से आठ उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था।
आज नामांकन पत्र वापस लेने का अंतिम दिन था। निदेशक मंडल का चुनाव 10 तारीख को होगा।