हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार एसीबी ने अपनी जांच में 15 घोटालेबाजों सहित बैंक की अध्यक्ष को शामिल पाया है, जिन्होंने राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में स्थित महिला अर्बन कॉपरेटिव सहकारी बैंक के 50 करोड़ रुपये को इधर से उधर किया है।
एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 13 (1) (सी) (डी) और 13(2) के तहत आरोपों के सत्य पाये जाने के बाद 15 अभियुक्तों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार आरोप यह है कि बैंक प्रबंधन की मिली-भगत से 50 करोड़ रुपये के फर्जी ऋण ऐसे रिश्तेदारों और ज्ञात लोगों को दिए गए, जो ऋण चुकाने में सक्षम नहीं थे।
इससे पहले, आरबीआई ने यह कहते हुए भीलवाड़ा महिला शहरी सहकारी बैंक का लाइसेंस रद्द कर दिया था कि बैंक के पास पर्याप्त पूंजी और कमाई की संभावना नहीं है।