बिस्कोमान ने गत सोमवार को अपनी पहली बोर्ड की बैठक के दौरान एक विधवा को 25 लाख रुपये का चेक सौंपा। बता दें कि यह विधवा बिस्कोमॉन के एक कर्मचारी की पत्नी है जिनकी मृत्यु सेवा काल में हुई थी। विधवा को यह चेक राज्य के सहकारिता मंत्री रणधीर सिंह राणा द्वारा दिया गया था, जो पटना में बिस्कोमान मुख्यालय में आयोजित पहली बोर्ड बैठक में विशेष आमंत्रित थे।
सहकारिता नेता/कार्यकर्ता और सहकारी कर्मचारियों को यह जानकर बहुत खुशी हुई कि 25 लाख रुपये तक की राशि भी किसी सहकारी संगठन द्वारा अपने कर्मचारियों के कल्याण के लिए दी जा सकती है। हालांकि मंत्री ने बिस्कोमॉन की भूर-भूर प्रशंसा की।
बाद में, “भारतीयसहकारीता.कॉम’ से बात करते हुए बिस्कोमान के अध्यक्ष डॉ सुनील कुमार सिंह ने कहा कि यह पैसा बिहार में बरबीघा के एक कर्मचारी भरत महतो की असामयिक मृत्यु के बाद इफको-टोकियो से बीमा राशि के रूप में प्राप्त किया गया था।
इफको-टोकियो बीमा कंपनी की प्रसंशा करते हुए सुनील ने इस योजना का लाभ उठाने के लिए देश की सभी सहकारी समितियों को प्रेरित किया। ‘हमने अपने सभी कर्मचारियों का कुछ साल पहले सहकारी इंश्योरेंस कंपनी द्वारा बीमा कराया था और परिणाम आपके सामने है! बिस्कोमान, शायद ही इस राशि को गरीब महिला को दे पाती”, सुनील ने कहा।
“बिस्कोमान के सभी 700 कर्मचारियों का बीमा किया गया है। इसकी दो श्रेणियां हैं – एक अधिकारियों के लिए और दूसरी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के लिए। अधिकारी की असामयिक मृत्यु के मामले में बीमा राशि 40 लाख रुपये है और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के मामले में 25 लाख रुपये”, अध्यक्ष ने समझाया।
सुनील ने कहा, “मैं चाहता हूँ कि आप इस बात को प्रमुखता से प्रकाशित करें ताकि देश-भर में फैले हमारे सहकारी भाई इसे समझ सकें और इसका लाभ उठा सकें”। उन्होंने आगे कहा कि सारा श्रेय इफको के एमडी डॉ. यू एस अवस्थी की दूरदर्शिता को जाता है।
इससे पहले, बोर्ड ने राज्य के सहकारिता मंत्री को सम्मानित किया और अपने प्रयासों से बिहार को कृषि-संकट मुक्त क्षेत्र बनाने का वादा किया। मंत्री ने राज्य में यूरिया संकट के समाधान में सहकारी निकाय द्वारा निभाई गई भूमिका की भी सराहना की।