पूर्व कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह के शब्दों को दोहराते हुए, नए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में कहा कि मोदी सरकार नए उपायों को अपनाकर किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रतिबद्ध है।
राज्यसभा में तोमर ने लिखित जवाब में कहा कि सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने से संबंधित मुद्दों की जांच और वास्तविक रूप से किसानों की आय दोगुनी करने की रणनीति की सिफारिश करने के लिए एक अंतर-मंत्रालयी समिति का गठन किया है।
मंत्री ने कहा कि समिति ने अन्य चीजों के साथ डिजिटल प्रौद्योगिकी की भूमिका की सराहना की है, जो ग्रामीण भारत की कृषि गतिविधियों का प्रदर्शन करने और आधुनिक बनाने में परिवर्तनकारी भूमिका निभा सकती है। प्रौद्योगिकी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बिग डेटा एनालिटिक्स, ब्लॉक चेन टेक्नोलॉजी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, आदि शामिल हैं। मंत्रालय की योजनाओं को सफल बनाने के लिए प्रौद्योगिकी की तैनाती बहुत महत्वपूर्ण है।
महत्वपूर्ण एवं प्रमुख प्रौद्योगिकी हस्तक्षेप में “किसान सुविधा मोबाइल एप्लिकेशन” का विकास शामिल है, जिससे बाजार की जानकारी के साथ, किसानों को उपज बेचने के लिए बेहतर जानकारी दी जा सकती है।
मंत्री ने कहा कि भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने राज्य कृषि विश्वविद्यालयों और कृषि विज्ञान केंद्रों सहित स्वयं द्वारा विकसित 100 से अधिक मोबाइल एप्लिकेशन भी संकलित किए हैं और अपनी वेबसाइट पर अपलोड किए हैं।
फसलों, बागवानी, पशु चिकित्सा, डेयरी, पोल्ट्री, मत्स्य पालन, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन और एकीकृत विषयों के क्षेत्रों में विकसित किये गये मोबाइल ऐप से किसानों को प्रथाओं के पैकेज, विभिन्न वस्तुओं के बाजार मूल्य, मौसम संबंधी जानकारी, सलाहकार सेवाएं आदि से संबन्धित मूल्यवान जानकारियां प्रदान की जाती हैं।
मंत्री ने निष्कर्ष निकाला कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का उपयोग अंतरिक्ष, कृषि-मौसम विज्ञान और भूमि आधारित अवलोकन परियोजना आदि का उपयोग कर कृषि उत्पादन का पूर्वानुमान जैसे कई क्षेत्रों में भी लागू किया जा रहा है।