भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के 91वें स्थापना दिवस को सम्बोधित करते हुए केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसान देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2024 तक देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
किसानों, वैज्ञानिकों और कृषि-उद्यमियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई देते हुए, तोमर ने कहा कि हम प्रगति, अर्थव्यवस्था, सामाजिक विज्ञान और संस्कृति के बारे में सोचते तो हैं लेकिन यह कृषि, किसान और कृषि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के बिना अधूरा है।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला और कैलाश चौधरी के साथ-साथ मंत्रालय के उच्च अधिकारी, किसान समेत अन्य लोग मौजूद थे।
तोमर ने देश-भर के कृषि वैज्ञानिकों के प्रयासों की सराहना की और कहा कि उनके प्रयास कारगार साबित हो रहे हैं और यह केवल इनके प्रयासों के कारण है कि भारत कृषि में आत्मनिर्भर है। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र के लिए जल प्रबंधन एक बड़ा विषय है। कम जल से खेती हो, इसके लिए ‘प्रति बूंद ज्यादा फसल’ की अवधारणा को गंभीरता से लेना होगा। हमें अपनी कुल खेती योग्य भूमि में सूक्ष्म सिंचाई का प्रतिशत बढ़ाना होगा।
कृषि को लाभदायक और व्यवहार्य बनाने के लिए सरकार ने स्मार्ट शहरों की तर्ज पर ‘स्मार्ट फार्म और स्मार्ट किसान’ की परिकल्पना की है। इसके लिए,विज्ञान और प्रौद्योगिकी की कुंजी होगी, उन्होंने कहा।
मोदी सरकार का फोकस ‘वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी’ करने पर है। इसी के मद्देनजर वर्ष 2018 एवं 2019 का केन्द्रीय बजट पूरी तरह से किसानों और खेती-बाड़ी को समर्पित किया गया है।
कृषि मंत्री ने कहा कि देश की आजादी के बाद पहली बार सीधे किसानों के बैंक खातों में 87,000 करोड़ रुपये की बड़ी राशि जमा की जा रही है।
कृषि मंत्री ने कृषि पर 10 प्रकाशन भी जारी किए और समारोह के दौरान किसान मोबाइल ऐप का शुभारंभ किया।