मंत्रियों ने पार्टी लाइन से हटकर, इफको की ओर से डीएपी की दरों में कटौती के लिए प्रशंसा की। बता दें कि किसानों को राहत देने के लिए, हाल ही में उर्वरक सहकारी संस्था ने विभिन्न उर्वरकों की दरों में 6-8 प्रतिशत की कटौती की। नई खुदरा कीमतें 10 जुलाई 2019 से लागू हो गई है।
इफको ने डीएपी के खुदरा मूल्य में 100 रुपये प्रति 50 किलोग्राम बैग की दरें घटाई है। पिछली कीमत 1400 रुपये प्रति बैग की तुलना में नई कीमत 1300 रुपये प्रति बैग हो गई है।
एनपीके-II कॉम्प्लेक्स (12-32-16) की कीमत 1375 रुपये प्रति बैग की तुलना में नई कीमत 1,260 रुपये प्रति बैग हो गई है
एनपी कॉम्प्लेक्स (20-20-0-13) की कीमत में 65 रुपये प्रति बैग यानि 6.1 प्रतिशत की कमी आई है। एनपी कॉम्प्लेक्स का नया खुदरा मूल्य अब 1,000 रुपये प्रति 50 किलोग्राम बैग हो गया है।
इफको ने देश भर के किसानों को पहली बार राहत नहीं दी है बल्कि समय-समय पर उर्वरक सहकारी संस्था ने किसानों की मदद करने के लिए यूरिया और गैर-यूरिया उर्वरकों की कीमतों में कटौती की है”, एक शीर्ष अधिकारी ने दावा किया।
“2016 में इफको ने डीएपी की दरों में 35 रुपये प्रति बैग की गिरावट की थी। कई मौकों पर इफको ने कीमतों को घटाया है।
उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा और कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने इफको के प्रयासों की प्रशंसा की है।
वर्मा ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सहकारिता विभाग द्वारा प्रेरित, इफको ने डीएपी उर्वरकों की दरों में 100 रुपये प्रति 50 किलोग्राम की कटौती की है। अब किसानों को सस्ती दरों पर खाद मिलेगी।”
अपने ट्वीट में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने लिखा, “किसानों के हित में, खरीफ सीजन में बुवाई के दौरान प्रमुख सहकारी संगठन इफको ने डीएपी उर्वरक 100 रुपये कम कर दिया है। हम इस कदम के लिए इफको के आभारी हैं”।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, बाजार में पर्याप्त स्टॉक की उपलब्धता और कच्चे माल और निर्मित उर्वरकों की वैश्विक कीमतों में नरमी के रुझान से मूल्य में कटौती प्रभावित होती है।
बताया जा रहा है कि इफको अन्य राज्यों की तुलना में उत्तर प्रदेश में बहुत अधिक उर्वरक बेचता है।