उत्तराखंड स्थित दुग्ध उत्पादक सहकारी संस्थाओं से जुड़े भाजपा खेमे के लोग दो नाम दान सिंह रावत और धन सिंह रावत से डरे हुए हैं। दान सिंह रावत राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष हैं, वहीं धन सिंह रावत राज्य के सहकारिता मंत्री हैं।
उन दोनों पर आरोप है कि वह षड्यंत्र रचकर सहकारी निकायों के अध्यक्षों को हटाने में लगे हुुए हैं। भारतीय सहकारिता से बातचीत में कई भाजपा से जुड़े सहकारी नेताओं ने दान सिंह रावत के खिलाफ शिकायत की है, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे सहकारिता मंत्री के करीबी सहयोगी हैं।
ताजा मामला उत्तराखंड स्थित चमोली दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ से जुड़े है। भाजपा से जुड़े सहकारी नेताओं का कहना है कि उत्तराखंड स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के चेयरमैन दान सिंह रावत लगातार उनके खिलाफ साजिश रच रहे हैं। उन्होंने दान सिंह और उनके गिरोह पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नियोजित तरीके से अध्यक्षों को सहकारी निकायों से बाहर निकालने के लिए संदिग्ध चाल चल रहे है।
इस संवाददाता से बातचीत में चमोली दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष धन सिंह नेगी ने समझाया कि कैसे उन्हें अध्यक्ष पद से हटा गया।
नेगी ने आपबीती बताते हुए बताया कि , “मैंने चमोली दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के तीन चुनाव जीते हैं, लेकिन एक पूर्व-योजनाबद्ध तरीके से उत्तराखंड राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष दान सिंह रावत, पूर्व अध्यक्ष यूएसडीएफ़ राजवीर सिंह और मुकेश भोरा, नैनीताल सहकारी दुग्ध संघ और अन्य ने मुझे इस पद से हटा दिया।”
“जब हमारी भाजपा की सरकार ने कार्यभार संभाला, तो मैं ही था जिसने कांग्रेस नेता राजेश्वरी नेगी के खिलाफ चुनाव जीता था, जो चमोली दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ की पूर्व अध्यक्ष थीं। लेकिन कुछ दिन बाद राज्य सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने दुग्ध उत्पादक संघों की बोर्ड को भंग कर दिया था, नेगी ने राज्य में बीजेपी खेमे में फैली कड़वाहट को उजागर करते हुए आरोप लगाया।
कुछ महीनों के लिए सरकार ने चमोली दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ में प्रशासक नियुक्त किया था। लेेकिन 2 नवंबर 2018 को मुझे फिर से भाजपा के सहकारी नेताओं के सहयोग से संघ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया।
बाद में, 17 दिसंबर को मेरे खिलाफ निराधार आरोप लगा कर मुझे फिर से सरकार द्वारा पूर्व नियोजित तरीके से पद से हटा दिया गया”।
अब, दुग्ध संघ की उपाध्यक्ष विश्वेरी देवी अध्यक्ष के रूप में कार्य की देख-रेख कर रही हैं। “मैं 33 वर्षों से भाजपा से जुड़ा हुआ हूँ और चमोली जिले में भाजपा के कई शीर्ष पदों पर रहा। लेकिन निहित स्वार्थों को देखते हुए, दान सिंह रावत सहित ये सहकारी नेता हमारे खिलाफ साजिश रच रहे हैं”, उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा।
गढ़वाल मंडल में 6 दुग्ध उत्पादक संघ और कुमाऊँ मंडल में 5 दुग्ध उत्पादक संघ हैं।
इससे पहले, उत्तराखंड डेयरी सहकारी संघ (यूएसडीएफ) की अध्यक्ष रेखा देवी ने दान सिंह रावत और उनकी टीम पर उनके खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया। इस मामले में रजिस्ट्रार ने देवी से जवाब मांगा है। इससे सहकारी राजनीति गरमा गई है।