मीडियों रिपोर्टों पर प्रतिक्रिया देते हुए, इफको-टोकियो ने सभी आरोपों का खंडन किया और एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि जम्मू एंड कश्मीर बैंक के साथ हुए एमओयू में कुछ भी गलत नहीं है और कोई धोखाधड़ी नहीं की गई। बता दे कि एसीबी ने मंगलवार को जम्मू-कश्मीर स्थित इफको-टोकियो के कार्यालय पर छापा मारा था।
इस मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बैंक के पूर्व अध्यक्ष परवेज अहमद नेंग्रू के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एक औपचारिक संदेश में इफको-टोकियो ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज किया है। एसीबी के बयान के अनुसार, जे एंड के बैंक के चेयरमैन के तौर पर नेंग्रू ने 13 फरवरी 2019 को इफको टोकियो के साथ एक बीमा सौदा पर हस्ताक्षर किया। इफको-टोकियो में उनके करीबी संबंधी बेग नियुक्त थे जिन्हें कंपनी ने अनुचित लाभ दिया।
जांच से पता चला है कि जे एंड के बैंक ने 2000 में पीएनबी मेटलाइफ इंश्योरेंस कंपनी के साथ अपने बीमा उत्पादों की बिक्री के लिए प्रवेश किया। इसके बाद 2002 में बजाज एलियांज इंश्योरेंस कंपनी के साथ समझौता किया। यह समझौता गैर जीवन-बीमा उत्पादों की बिक्री व वितरण के लिए था। इसमें स्वास्थ्य उत्पाद भी शामिल थे।
गत मंगलवार शाम को जारी प्रेस विज्ञप्ति में इफको-टोकियो ने आरोपों को खारिज किया। “आईआरडीएआई (कॉर्पोरेट एजेंट का पंजीकरण) विनियम, 2015 बैंकों को तीन बीमा कंपनियों के साथ साझेदारी करने की अनुमति प्रदान करता है ताकि बैंक से जुड़े ग्राहकों विभिन्न दरों पर नई योजनाओं का लाभ ले सके।
“इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को जम्मू और कश्मीर बैंक ने दूसरे इंश्योरेंस पार्टनर के रूप में नियुक्त किया गया था।”
“इफको-टोकियो ने 1 अप्रैल 2019 से जम्मू और कश्मीर बैंक के साथ कारोबार शुरू किया। यह केवल जम्मू और कश्मीर बैंक के ग्राहकों को अन्य बीमा कंपनियों की तुलना में अच्छे ऑफर प्रदान कर रही है और बैंक द्वारा खरीदे गये बीमा पर बैंक को विनियामक अनुमोदित कमीशन का भुगतान भी किया गया है”, प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
“कंपनी निष्पक्षता के साथ ग्राहकों की सेवा कर रही है। यह सभी के लिए ध्यान देने योग्य है कि जम्मू और कश्मीर बैंक के ग्राहकों को दूसरी बीमा कंपनी के साथ लाभान्वित किया गया है। अगर जम्मू और कश्मीर बैंक ने दूसरा भागीदार नहीं चुना होता तो बैंक के ग्राहक अन्य योजनाओं का लाभ लेने से चूक जाते”, विज्ञप्ति में कहा गया।
प्रेस विज्ञप्ति में अध्यक्ष के रिश्तेदार की नियुक्ति के मुद्दे पर जवाब दिया गया। “श्रीनगर में आसिफ मंज़ूर बेग को नियमों और योग्यता के आधार पर काम पर रखा गया है। उनका वेतन उनके 13 वर्षों के अनुभव और विषय के ज्ञान के अनुरूप है”, यह दावा किया।
“ग्राहकों को अच्छी सेवा देने हमेशा इफको-टोकियो का केंद्र बिंदु बना रहेगा”, विज्ञप्ति में दावा किया गया।