नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ़ इंडिया की शिक्षा विंग एनसीसीई ने नेफकॉब के सहयोग से हाल ही में नई दिल्ली में 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें देश-भर के लगभग 47 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य डिजिटल बैंकिंग और साइबर सुरक्षा पर प्रतिभागियों के ज्ञान और कौशल का उन्नयन करना था। बोर्ड के सदस्यों और शहरी सहकारी बैंकों के प्रबंधकों और कार्यक्रम में मौजूद थ्रिफ्ट एंड क्रेडिट कोऑपरेटिव्स के प्रतिनिधियों का कहना है कि प्रशिक्षण कार्यक्रम से काफी लाभ मिला है, एनसीसीई की ओर से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में दावा किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य बैंकिंग क्षेत्र के डिजिटलाइजेशन के मद्देनजर साइबर सुरक्षा पर विशेष जोर देने और वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए सहकारी विचारधारा जैसे शासन के विभिन्न पहलुओं पर उन्हें शिक्षित करके उनके नेतृत्व कौशल को ताज़ा और प्रखर करना था।
कार्यक्रम में पूरे देश-भर से 47 प्रतिभागियों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एनसीसीई के निदेशक डॉ. वीके दुबे ने कहा कि सहकारी ऋण क्षेत्र छोटे व्यवसायों और समाज के सभी तबकों के सदस्यों को वित्तीय समावेशन में शामिल कर रहा है।
नेफकॉब के निदेशक योगेश शर्मा ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए समय निकालने के लिए प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और सहकारी क्षेत्र के नेताओं, सदस्यों और कर्मचारियों को गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए एनसीयूआई की शिक्षा विंग ‘एनसीसीई’ द्वारा निभाई जा रही भूमिका की सराहना की।
एनसीयूआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एन.सत्यनारायण ने भी कार्यक्रम के अंतिम दिन प्रतिभागियों से मुलाकात की और आशा व्यक्त की कि सहकारी बैंक जल्द ही अन्य राष्ट्रीयकृत और बहु-राष्ट्रीय बैंकों की तरह अपनी बैंकिंग सेवाओं का डिजिटलीकरण शुरू करेंगे और वर्तमान की तकनीकी चुनौतियों का सामना करेंगे।
सभी प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की प्रशंसा की, जिन्होंने पाठ्यक्रम सामग्री को प्रासंगिक पाया और जोर दिया कि इस तरह के कार्यक्रमों को विशेष रूप से “बैंकिंग क्षेत्र के लिए साइबर-सुरक्षा” पर आयोजित किया जाना चाहिए, जो समय की आवश्यकता है।
कार्यक्रम का समन्वयन एनसीसीई की उप-निदेशक श्रीमती संध्या कपूर ने किया।