मंगलौर से अर्बन कॉपरेटिव बैंकिंग क्षेत्र के लिए अच्छी खबर है क्योंकि सभी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद कर्नाटक स्थित मंगलौर कैथोलिक कोऑपरेटिव बैंक (एमसीसी बैंक) ने 5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है और 31 मार्च 2019 तक 550 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हासिल किया, बैंक के अध्यक्ष अनिल लोबो ने बताया।
“भारतीयसहकारिता.कॉम” संवाददाता के साथ बातचीत में लोबो ने कहा, “प्रतिकूल बाजार स्थितियों के बावजूद, हमारे बैंक ने वित्त वर्ष 2018-19 में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि बैंक की जमा राशि 333 करोड़ रुपये थी जबकि ऋण और अग्रिम 228 करोड़ रुपये थे।
इसके अलावा, बैंक ने पिछले वर्ष 3 करोड़ रुपये की अपेक्षा इस वर्ष लगभग 5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है।
“लेकिन पिछले 10 वर्षों के दौरान दिए गए ऋणों के कारण बैंक का विकास धीमा रहा है। मैंने पिछले वर्ष ही अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला है और मैं एनपीए खातों पर बारीकी से निगरानी रख रहा हूँ। हम अतीत में दिये गये ऋणों की वसूली कर रहे हैं और उधारकर्ताओं की कुछ संपत्तियों की नीलामी की जा रही हैं”, उन्होंने रेखांकित किया।
“बैंक का नेट एनपीए 3 प्रतिशत है और सकल एनपीए 9 प्रतिशत से अधिक है। हम उम्मीद कर रहे हैं कि 2020 तक हमारा सकल एनपीए 7 प्रतिशत से कम होगा”, उन्होंने विश्वासपूर्वक कहा।
इस बीच, अधिक-से-अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने और अपने ग्राहकों को नवीनतम सुविधाएं देने के लिए, बैंक कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ और उडुपी जिले के विभिन्न स्थानों में एटीएम खोल रहा है।
बैंक ने हाल ही में करकला तालुक कार्यालय के पास महामाई कॉम्प्लेक्स में स्थित अपनी करकला शाखा में एटीएम केंद्र और ई-स्टांपिंग सुविधा शुरू की है। इसका उद्घाटन करकला विधायक सुनील कुमार ने किया।
बैंक की दो जिलों में 16 शाखाएँ हैं और 2020 तक 10 नई शाखाएँ खोलने की योजना है, इसके अध्यक्ष अनिल लोबो ने सूचित किया।
बैंक के 32 हजार शेयरधारक हैं। बैंक की स्थापना 1912 में हुई थी और तब से लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है।
बैंक अपने ग्राहकों को लॉकर, डिमांड ड्राफ्ट, आरटीजीएस/एनईएफ़टी/आईएमपीएस, एसएमएस अलर्ट सेवा, पैन कार्ड, वरिष्ठ नागरिक कार्ड, मोबाइल बैंकिंग, आदि सुविधाएं देता हैं। उन्होंने कहा कि चयनित शाखाओं में ई-स्टांपिंग भी शुरू की जाएगी। अध्यक्ष ने कहा कि बैंक की सेवाओं में सुधार और आधुनिकीकरण के प्रयास किए जाएंगे।