देश भर के किसानो, विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसान, जो उच्च तक्नीक व मूल्य की कृषि मशीनरी और उपकरण खरीदने में असमर्थ है, को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने बहुभाषी मोबाइल ऐप “सीएचसी-फार्म मशीनरी” विकसित किया है।
इस ऐप के माध्यम से विभिन्न राज्यों के स्थानीय किसान फार्म मशीनरी बैंक/कस्टम हायरिंग सेंटर जैसे सभी कस्टम सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जाने वाली सुविधाओ का उपयोग बिना किसी कंप्यूटर सपोर्ट सिस्टम के कर सकते है, पीआईबी की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
यह मोबाइल एप्लिकेशन पहले से ही कस्टम हायरिंग सेवा केंद्रो की तस्वीर/भौगोलिक स्थिति को उसके भू-निर्देशांक की सटीकता के तथा उसमे उपलब्ध कृषि मशीनरी तस्वीरों को अपलोड करता है ।
अभी तक इस इस मोबाइल एप पर 40,000 से अधिक कस्टम हायरिंग सर्विस सेंटर उनमे उपलब्ध , 1,20,000 से अधिक कृषि मशीनरी को किराये पर दिये जाने हेतू पंजीकृत हो चुके हैं।
आज इस ऐप को पूर्ण रूप से आम जनता/किसानो के लिये किया जा रहा है।
इस ऐप के माध्यम से किसान, विशेष रूप से छोटे और सीमांत किसान की आसानी से उच्च मूल्य व तक्नीक वाले कृषि यंत्रों तक पहुंच सम्भव होगी, और इन कृषि यंत्रों के प्रयोग से सभी प्रकार के आदानो (इनपुट्स) के इष्टतम उपयोग के साथ-साथ न केवल किसानों की आय में भी वृद्धि होगी वरन कम समय सीमा मे अधिक से अधिक जोतो तक मशीनीकरण की पहुंच बनाना भी संभव होगा ।