सचिव कृषि एवं किसान कल्याण संजय अग्रवाल ने “तृतीय भारत कृषि दृष्टिकोण फोरम 2019”, जिसका विषय “किसानों के लिए यूनिवर्सल बेसिक इनकम” था, को संबोधित करते हुए कहा कि 85 मिलियन किसानों ने पहले ही पीएम किशन योजना के लिए पंजीकरण कर लिया है और 3.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर की राशि पहली किस्त के रूप में लगभग 65 मिलियन किसानों को हस्तांतरित की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि “पीएम किसान योजना” के माध्यम से सरकार द्वारा एक किसान को मान्यता ने न केवल आय सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, बल्कि देश भर के प्रत्येक किसान में आत्मविश्वास भर रही है।
दो दिवसीय सत्र के कई विषयों पर प्रकाश डालते हुए, अग्रवाल ने कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और बिग डेटा कृषि क्षेत्र में एक बड़ी भूमिका निभा सकते हैं क्योंकि डेटा विकास के लक्ष्य की कुंजी है।
डॉ. रमेश चंद ने अपना संबोधन देते हुए कहा कि देश में स्थिति अब सकारात्मक बदलावों के अनुकूल है क्योंकि वैज्ञानिकों द्वारा की गई सिफारिशों पर सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है और उन्हें लागू किया जा रहा है, इसलिए इस अवसर का समुचित उपयोग किया जाना चाहिए।