एनसीसीई ने हाल ही में दिल्ली स्थित अपने मुख्यालय में नलबाड़ी जिला सहकारी के सहयोग से तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें उत्तर पूर्वी राज्य के कई सहकारी संचालकों ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में 32 प्रतिभागियों ने भाग लिया। सभी प्रतिभागी असम के नलबाड़ी जिले से थे जो कि पैक्स और थ्रिफ्ट एवं क्रेडिट सोसाइटीज से जुड़े हुए हैं, एनसीसीई द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में सूचित किया गया।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य इस बारे में जागरूकता बढ़ाना था कि सहकारिता अपनी सहकारी समितियों की दक्षता, प्रभावशीलता और लाभप्रदता को कैसे बढ़ा सकती है, एनसीसीई के एक वरिष्ठ संकाय का दावा।
कार्यक्रम का उद्घाटन वी सी दुबे निदेशक एनसीसीई द्वारा किया गया। इस अवसर पर एनसीसीई संकाय के सभी सदस्य उपस्थित थे। उद्घाटन सत्र में वी के दुबे ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की व्याख्या की और सहकारी कानून और प्रबंधन पर एक प्रस्तुति दी।
कार्यक्रम के दौरान सहकारी विचारों, मूल्य आधारित प्रबंधन, सहकारी ऋण समितियों के समक्ष समस्याओं और चुनौतियों, लेखांकन और कराधान, डिजिटलीकरण और कैशलेस लेनदेन और नेतृत्व की शैलियों जैसे विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला पर चर्चा की गई।
आयोजन के दौरान प्रतिभागियों के प्रश्नों और शंकाओं को दूर किया गया। वे एक अध्ययन यात्रा के लिए भी गए। इन सभी को भागीदारी का प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की और इस नेतृत्व विकास कार्यक्रम के माध्यम से प्राप्त ज्ञान पर उन्होंने संतोष व्यक्त किया।
कार्यक्रम का समन्वयन एनसीसीई के सहायक निदेशक, प्रियांक सिंह द्वारा किया गया था।