बिहार स्थित गोपालगंज जिला केंद्रीय सहकारी बैंक ने हाल ही में अंबेडकर भवन में अपनी वार्षिक आम सभा का आयोजन किया है।बैठक का उद्घाटन जिलाधिकारी अरशद अजीज ने किया,जिन्हें मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
बैंक ने वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 2018-19 में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है लेकिन सभी बैंकों की तर्ज पर गोपालगंज डीसीबी भी ऋण वितरण के लक्ष्य को हासिल करने में असफल रहा। बैंक का डिपॉजिट 312.04 करोड़ रुपये से बढ़कर 322.74करोड़ रुपये हो गया, जबकि ऋण और अग्रिम 102.12 करोड़ रुपये से घटकर 76.63 करोड़ रुपये हो गये।
बैंक की शेयर पूंजी 6.84 करोड़ रुपये से बढ़कर 6.96 करोड़ रुपये हो गई और 31मार्च 2019 तक रिजर्व फंड 41.36 करोड़ रुपये से बढ़कर 41.56करोड़ रुपये हो गया।
वित्त वर्ष 2018-19 में बैंक ने 20.32 लाख रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। इससे पहले बैंक ने 11.62 लाख रुपये का लाभ कमाया था।
एजीएम को संबोधित करते हुए, बैंक के अध्यक्ष महेश राय ने कहा “हम किसानों को हर संभव मदद प्रदान करेंगे। ग्राहकों को जल्द ही आईएमपीएस मोबाइल ऐप के माध्यम से दैनिक जमा पर अपडेट मिलेगा। हम अपने ग्राहकों को ई-कॉर्नर सुविधा भी प्रदान करेंगे।
राय ने जैविक खेती, स्वच्छता अभियान और बैंक द्वारा किए जा रहे कई अन्य कार्यों के बारे में भी जानकारी दी। बैंक प्रबंधन एनपीए की वसूली पर भी काम कर रहा है।
डीडीएम नाबार्ड अनुपम लाल ने इस अवसर पर नाबार्ड की विभिन्न योजनाओं के बारे में प्रतिभागियों को अवगत कराया। पैक्स के अध्यक्ष महमूद आलम,शिव कुमार, राघव प्रसाद, अशोक तिवारी समेत अन्य प्रतिनिधियों ने पैक्स से जुड़ी समस्याओं के बारे में अपने विचार साझा किए।
बैठक में बैंक के एमडी आरएन पांडे, निदेशक, वीरेंद्र प्रसाद, राकेश शाही, राजेश राय, कई पैक्स अध्यक्ष और अन्य लोग उपस्थित थे।
गोपालगंज केंद्रीय सहकारी बैंक की स्थापना 1917 में हुई थी। बैंक की 16 शाखाएं हैं।