दिल्ली स्थित जनता सहकारी बैंक ने वर्ष 2020 तक 450 करोड़ रुपये का व्यापार हासिल करने का लक्ष्य रखा है। इसके साथ-साथ यूसीबी ने अपनी दो शाखाओं की किराए की संपत्तियों को भी अपनी संपत्तियों में शामिल करने की भी योजना बनाई है, भारतीय सहकारिता से बैंक के एमडी पीएस पठानिया ने कहा।
पठानिया ने दावा किया कि, “वर्तमान में, हमने 265 करोड़ से अधिक का व्यापार हासिल किया है जिसमें जमा राशि लगभग 172 करोड़ रुपये है और ऋण और अग्रिम लगभग 93 करोड़ रुपये हैं। हमने 450 करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसे 2020 तक हासिल करना है और यह आसानी से प्राप्त हो जाएगा”।
पठानिया ने आगे कहा कि यूसीबी के पास नई दिल्ली के हज़रात निजामुद्दीन (पूर्व) में एक एक्सटेंशन काउंटर के साथ 5 शाखाओं का एक नेटवर्क है। “हम आने वाले दिनों में अधिक से अधिक ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए और अधिक शाखाएँ खोलना चाहते हैं और इस दिशा में हमने दो शाखाओं के लिए आवेदन किया है। फिलहाल आरबीआई से मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं”, बैंक के एमडी ने कहा।
इस बीच, कई पहलुओं के रूप में खुद की पीठ थपथपाते हुए, पठानिया ने रेखांकित किया कि कई वर्षों से बैंक का शुद्ध एनपीए शून्य है और बैंक पिछले 18 वर्षों से अपने सदस्यों को लगातार 18 प्रतिशत लाभांश दे रहा है।
हालांकि, वह थोड़ा निराश थे क्योंकि कई जमाकर्ताओं ने पीएमसी घोटाले के मद्देनजर बैंक से अपने पैसे वापस निकाल लिया है।“पीएमसी प्रकरण के कारण जमाकर्ताओं द्वारा 15 करोड़ रुपये से अधिक की निकासी की गई और दिन-प्रतिदिन यह गतिविधि चल रही है। यह घोटाला हमारे बैंक पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहा है लेकिन हम उनके विश्वास को फिर से हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं ”, पठानिया ने कहा।
यूसीबी की वित्तीय उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए पठानिया ने कहा, “हमारा नेट एनपीए ‘शून्य” प्रतिशत है और सकल एनपीए 3 प्रतिशत से कम है जो इंगित करता है कि हमारी वसूली अच्छी है। 7000 से अधिक शेयरधारक बैंक से जुड़े हैं। पिछले वित्त वर्ष में बैंक ने 1.58 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था”।
बैंक प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आगे है और बाजार में अन्य खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में इस बैंक ने “दिल्ली राज्य सहकारी संघ” द्वारा आयोजित एक समारोह में “ब्रह्म प्रकाश मेमोरियल अवार्ड-2019” जीता था।
जनता सहकारी बैंक लिमिटेड की स्थापना 12 जून 1956 को हुई थी।