कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिये सहकारी संस्थाएं सभी जरूरी एहतिहात बरत रही हैं।
इस क्रम में, इफको के एचआर हेड आरपी सिंह ने 31 मार्च तक साकेत (नई दिल्ली) स्थित संस्था के मुख्यालय को बंद करने की घोषणा की है। कर्मचारियों को 23.03.2020 को भेजे गये एक मेल में एचआर हेड ने लिखा कि, कॉरपोरेट ऑफिस “कोविद-19” के कारण 31 मार्च 2020 तक बंद रहेगा”।
हालांकि इफको का कॉर्पोरेट कार्यालय सुरक्षा, डेटा केंद्र, भवन प्रबंधन प्रणाली, आदि जैसी अनिवार्य सेवाएँ जारी रखेगा।
स्टाफ के सदस्यों को घर से काम करने का निर्देश देते हुए श्री सिंह ने मेल में लिखा कि, “सभी से अनुरोध है कि वे घर से ही काम करें। किसी सदस्य के लिए कार्यालय में आना आवश्यक होने पर अलग से सूचित किया जाएगा”।
“यदि स्थिति में सुधार होता है तो कार्यालय पहले खोला जा सकता है और सभी कर्मचारियों को कार्यालय में बुलाया जाएगा”, कर्मचारियों को भेजे गये मेल के मुताबिक।
नोटिस में आगे लिखा है, इस बीच यथासंभव कार्यालय के काम घर से करें और अगली किसी भी सूचना के लिए फोन/व्हाट्सएप/ईमेल पर उपलब्ध रहें।
इसी बीच “फर्स्ट पोस्ट” की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने लॉकडाउन की घोषणा की है, जिसमें राज्य की सीमाओं को सील करना, बाजारों को बंद करना और निजी फर्मों को अनुबंध सहित सभी कर्मचारियों को मार्च के अंत तक अनिवार्य रूप से भुगतान करने का निर्देश देना शामिल है।
देश में कोरोना वायरस से जुड़े सबसे अधिक मामले महाराष्ट्र में आए हैं। इसी बीच राजस्थान और नोएडा के बाद अब कर्नाटक के कोडागू जिले में भी धारा 144 लागू कर दी गई है।
कोरोना वायरस का प्रकोप दुनिया भर के शेयर बाजारों पर मुसीबत बनकर टूट पड़ा है। खासकर भारतीय शेयर बाजार के लिए तो यह कहर साबित हुआ है। पिछले करीब दो महीने में ही भारतीय शेयर बाजार में निवेशकों के 58 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं।
मुकेश अंबानी, गौतम अडानी जैसे दिग्गज कारोबारियों को भी भारी नुकसान हुआ है।