कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर इन दिनों बिहार के सहकारी नेता गांव-गांव में मास्क, सेनेटाइजर एवं अन्य सुरक्षा उपकरणों को लोगों के बीच वितरित कर रहे हैं। इसके अलावा कई सहकारी नेता मोर्चा संभालते हुये जरूरतमंदों को नियमित रूप से खाना खिला रहे हैं।
इस बीच, बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह सहकारी क्षेत्र में एक सक्रिय नेता के रूप में उभरे हैं। सिंह और उनकी टीम आजकल बिहार के गांवों में साबुन, मास्क और बिस्किट बांटने में व्यस्त हैं।
इसके लिये हर सुबह काम के लिए तैनात कर्मचारी बिहार के सारण जिले के सोनपुर ब्लॉक के डुमरी बुज़ुर्ग गाँव में सुनील के आवास से सामान इकट्ठा करते हैं और उन्हें जिले के विभिन्न गाँवों में वितरित करते हैं।
इसके अलावा, सिंह जरूरतमंदों को भोजन प्रदान करने के लिए एक रसोईघर बनाने पर भी विचार कर रहे हैं। सिंह व्यक्तिगत रूप से रसोई का खर्च वहन करेंगे, उन्होंने “भारतीयसहकारिता” को बताया।
“भारतीयसहकारिता” संवाददाता से बात करते हुए, सुनील कुमार सिंह ने कहा, “दैनिक आधार पर, मैं अपने निवास के पास के गांवों में साबुन, मास्क और बिस्कुट के पैकेट वितरित करता हूँ। अब तक, हमने इन वस्तुओं को 20 हजार से अधिक लोगों को वितरित किया है और लगभग 6.5 लाख रुपये खर्च किये हैं। पूरा वितरण-कार्य मेरे निजी खर्च पर चल रहा है।
“हाल ही में मैंने अपने पैतृक गाँव के बगल में घनी आबादी वाले शोभापुर गाँव में वस्तुओं का वितरण किया। हमारे कर्मचारियों ने वस्तुओं को घर-घर जाकर लोगों को दी। हमारा उद्देश्य मौजूदा स्थिति में जरूरतमंदों की मदद करना है।”
सिंह ने आगे कहा, अगर लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई जाती है तो मैं जरूरतमंदों को खिलाने के लिए रसोई बनाने की योजना बना रहा हूँ। इस रसोई में हम 400 से अधिक लोगों को चावल और दाल खिला सकते हैं।
इसके अलावा, “भारतीयसहकारिता” को नियमित रूप से इस तरह की खबरें मिलती रहती हैं। इससे पहले, बिस्कोमान ने सीएम राहत कोष में 11 लाख रुपये का दान दिया था।
सिंह के अलावा, बिहार स्टेट को-ऑप बैंक के चेयरमैन रमेश चौबे और अस्थावन (नालंदा, बिहार) के विधायक और बिस्कोमान बोर्ड के सदस्य जितेंद्र कुमार ने भी सीएम राहत कोष में योगदान दिया है।
इस बीच बिस्कोमान के अध्यक्ष ने पैक्स के अध्यक्षों से पीएम राहत कोष में प्रत्येक को 1,000 रुपये का योगदान देने का भी आग्रह किया है।