केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के निर्देश पर एम-किसान पोर्टल से कृषि विज्ञान केन्द्रों ने राज्यों में 1,126 परामर्श जारी कर साढ़े पांच करोड़ किसानों तक पहुंच बनाई है। यह जानकारी आईसीएआर के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्र ने दी।
आईसीएआर ने किसानों के लिए राष्ट्रीय एवं राज्य-विशिष्ट परामर्श जारी किया, जिसे 15 क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद करके डिजीटल प्लेटफार्म के माध्यम से इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया और किसानों को लॉकडाउन अवधि के दौरान खेती से जुड़े कार्यों के लिए मिली सरकारी छूट के बारे में जानकारी दी गई।
इसके अलावा, आईसीएआर के तीन अनुसंधान संस्थानों में कोविड-19 जांच हो रही है, सभी कृषि वि.वि. को कक्षाएं ऑनलाइन लेने को कहा गया, कृषि विज्ञान केन्द्रों से करोड़ों किसानों को सलाह दी गई है।
तोमर ने सभी कृषि विश्वविद्यालयों को ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का भी निर्देश दिया। तोमर की सलाह पर, आईसीएआर ने कृषि विश्वविद्यालयों के सभी उप-कुलपतियों को ऑनलाइन मोड के माध्यम से कक्षाएं लेने के लिए एडवाइजरी जारी की और उनमें से ज्यादातर ऑनलाइन टूल का उपयोग कर रहे हैं।
आईसीएआर द्वारा अपने तीन अनुसंधान संस्थानों– भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर, उत्तर प्रदेश; राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान, भोपाल, मध्यप्रदेश; तथा राष्ट्रीय अश्व अनुसंधान केन्द्र, हिसार, हरियाणा को कोविड-19 की जांच करने के लिए अधिसूचित किया गया है।
इस बीच, आईसीएआर ने देश भर में फैसे गेस्ट हाउसों को कोविड-19 की जांच हेतु आरटी–पीसीआर मशीनें व कर्मचारी दिए गए हैं।
डॉ महापात्र ने कहा कि आईसीएआर भी गरीब लोगों को मुफ्त में भोजन प्रदान कर रहा है, जबकि डेयर/भारतीय कृषि अनुसंधान परिवार द्वारा पीएम-केयर्स फण्ड में 6.06 करोड़ रू. का योगदान किया गया है।