एनसीयूआई की तर्ज पर छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी संघ ने भी राज्य की सहकारी समितियों के लिए दो सत्रों में ऑनलाइन सहकारी प्रशिक्षण का आयोजन किया, जिसमें पचास से अधिक सहकारी नेताओं ने भाग लिया।
इस आनलाइन प्रशिक्षण का औपचारिक उद्घाटन करते हुए एनसीयूआई की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य और विधायक सत्यनारायण शर्मा ने कहा, “कोरोना महामारी के समय में सरकारी, गैर-सरकारी, सहकारी समितियों और अन्य सभी संस्थानों का प्रशिक्षण एक चुनौती बन गया है। इस समस्या से निपटने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण लेना सभी की मजबूरी है।”
शर्मा ने आगे कहा कि सहकारी क्षेत्र के लोगों को वित्तीेय अनुशासन, सहकारी विधान की प्रक्रिया तथा लेखाओं के उचित संधारण की जानकारी प्राप्त कराना आवश्यक है। राज्य सहकारी संघ ने आनलाइन प्रशिक्षण के माध्यम से इसकी शुरुआत करके अच्छा काम किया है।
इस अवसर पर विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोगों को सम्बोधित करते हुए छग राज्य सहकारी संघ अध्यक्ष झुनमुन गुप्ता ने कहा कि आने वाले समय में आनलाइन प्रशिक्षण ही सबसे सरल, मितव्ययी व हर तरह से उपयुक्त प्रशिक्षण का रूप लेगा। जिला सहकारी संघों को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए।
राज्य सहकारी संघ हर तरह के मार्गदर्शन के लिए तैयार है। नेशनल कोऑपरेटिव यूनियन ऑफ इंडिया, नई दिल्ली ने कोरोना भय के मद्देनजर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रशिक्षण शुरू कर दिया है”, गुप्ता ने कहा।
गुप्ता ने शिक्षा और प्रशिक्षण से संबंधित को-ऑप निकायों को इस दिशा में आगे आने और राज्य को-ऑप संघ द्वारा हर संभव मदद के लिए कहा।
छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने भी प्रशिक्षण में सक्रिय भाग लिया और एक सफल वीडियो कॉन्फ्रेंस-आधारित प्रशिक्षण के आयोजन के लिए राज्य सहकारी संघ का आभार व्यक्त किया।
दो सत्रों में ऑनलाइन प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण के पहले सत्र में “सहकारिता में शिक्षा प्रशिक्षण की आवश्यकता” तथा दूसरे सत्र में “आज के दौर में आनलाइन प्रशिक्षण का महत्व” विषय पर प्रशिक्षण दिया गया।