संकटग्रस्त सहकारी संस्था-आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसाइटी के पीड़ित निवेशकों ने अपने क्षेत्र के विधायक से मुलाकात कर पैसा वापस दिलाने में उनका समर्थन मांगा है।
इससे पहले भी कई बार पीड़ित निवेशक अपने-अपने स्थानीय विधायक, सासंद, डीएम यहां तक कि प्रधानमंत्री से लेकर वित्त मंत्री तक मदद की गुहार लगा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकला।
इस मौके पर पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर से विधायक अरुण नारंग ने आश्वासन दिया कि वह इस मामले को जल्द से जल्द वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर के समक्ष उठाएंगे और निवेशकों को शीघ्र ही राहत दिलाने की कोशिश करेंगे।
इस अवसर पर उपस्थित सदस्यों में से एक ने कहा कि अबोहर में सोसाइटी की शाखा दस साल पहले खुली थी और निवेशकों के पैसे लगातार वापस कर रही थी लेकिन पिछले साल से समिति हमारी मेहनत की कमाई को वापस नहीं दे रही है।
उन्होंने विधायक से मामले में हस्तक्षेप करने और मामले को जल्द से जल्द हल करने का आग्रह किया। अबोहर शहर के निवेशकों द्वारा को-ऑप सोसायटी में औसतन 20 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।
भुगतान न करने के कारण 350 सलाहकार और 20,000 निवेशक काफी समस्याओं का सामना कर रहे हैं, उन्होंने कहा।
पाठकों को याद होगा कि आदर्श क्रेडिट कॉपरेटिव सोसायटी के परिसमापक एच एस पटेल ने भारतीयसहकारिता से खास बातचीत में संकटग्रस्त सोसायटी के लाखों जमाकर्ताओं को न्याय दिलाने में आ रही कठिनाईयों के बारे में विस्तार से चर्चा की थी। उन्होंने कहा, कई जांच एजेंसियों ने आदर्श क्रेडिट के खातों को फ्रीज और कई संपत्तियों को जब्त किया है जिसके कारण मैं सोसायटी के निवेशकों को पैसा वापस करने में खुद को असहाय पाता हूं।
पिछले साल अक्टूबर में ईडी ने आदर्श क्रेडिट को-ऑप सोसाइटी की 1,489 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त किया था।
इस बीच, असहाय जमाकर्ताओं ने केंद्र सरकार से परिसमापक को हटाने और क्रेडिट कोऑपरेटिव की देखभाल के लिए एक नियामक नियुक्त करने का आग्रह किया। उन्होंने 5 हजार करोड़ रुपये के तत्काल राहत पैकेज की भी मांग की है।
आदर्श क्रेडिट को-ऑप के संस्थापक चेयरमैन मुकेश मोदी और उनके परिवार के सदस्यों पर आरोप है कि उन्होंने पोंजी स्कीम चलाई और कई फर्जी कंपनियां बनाईं, जिनमें उन्होंने 8400 करोड़ रुपये स्थानांतरित किये।
आदर्श क्रेडिट सोसाइटी में 8 साल में 20 लाख लोगों ने 14,682 करोड़ रुपये का निवेश किया था।