अमूल के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी ने दस लखपति ग्रामीण महिला उद्यमियों की सूची जारी की है, जिन्होंने 2019-2020 वित्त वर्ष में अमूल को दूध बेचकर लाखों रुपये कमाए हैं।
सोढ़ी ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से सूची जारी की। उन्होंने लिखा, “गुजरात के बनास डेयरी की हमारी दस लखपति ग्रामीण महिला उद्यमियों से मिलें, जो डेयरी और पशुपालन के व्यवसाय से जुड़ी हैं। उन्होंने वर्ष 2019-20 के दौरान लाखों रुपये का दूध बेचा”।
सोढ़ी के ट्वीट में आगे कहा गया है, “गुजरात में ऐसी सशक्त महिलाओं की संख्या लाखो में है।
सूची की पहले स्थान में चौधरी नवलबेन ने 2019-20 में 221595.6 किलोग्राम दूध बेचकर 87,95,900.67 रुपये कमाए हैं, जबकि दूसरे स्थान पर मालवी कानुबेन रावतभाई हैं, जिन्होंने 250745.4 किलोग्राम दूध के माध्यम से 73,5,6,615.03 रुपये कमाए। और चावड़ा हंसाबा हिम्मत सिंह ने 268767 किलोग्राम दूध इकट्ठा किया और 72,19,405.52 रुपये की आय के साथ तीसरे स्थान पर है।
इन महिलाओं की कहानी एक बार फिर इस तथ्य को रेखांकित करती है कि सहकारी आंदोलन में एक आम आदमी या महिला के जीवन को बदलने की बहुत बड़ी क्षमता है।