यूं तो उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने सत्ता में आने के बाद सहकारी समितियों में हुई भर्तियों को लेकर समाजवादी पार्टी पर कई सवाल खड़े किए हैं, लेकिन अब उन्हीं की सरकार में उप-महाप्रबंधकों के पद पर पदोन्नति के लिए साक्षात्कार देने वाले आवेदकों का रिजल्ट आधिकारिक घोषणा से पहले ही लीक हो गए है।
लीक हुए रिजल्ट की सूची की एक प्रति ‘भारतीयसहकारिता’ के पास भी है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में कार्यरत वरिष्ठ शाखा प्रबंधकों ने उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक में उप-महाप्रबंधक के रूप में पदोन्नति के लिए आवेदन दिया था। उम्मीदवारों के चयन के लिए साक्षात्कार प्रक्रिया जुलाई में शुरू होकर 19 अगस्त तक चली।
इसके लिए तीन सदस्यीय चयन समिति का गठन किया गया था, जिसमें अपर आयुक्त एवं अपर पंजीयक सहकारी/अपर सचिव – नारद यादव सदस्य संयोजक थें, जबकि उत्तर प्रदेश सहकारी बैंक, महाप्रबंधक (वित्त) के डी पाठक और उपायुक्त और उप पंजीयक (बैंकिंग) सहकारिता अशोक कुमार सदस्य थें।
बताया जा रहा है कि चयन समिति ने 19 अगस्त 2020 को यूपी राज्य सहकारी बैंक के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र कुमार विश्नोई को उत्तीर्ण कर्मचारियों की सूची सौंपी थी। बाद में, रिजल्ट लीक हो गया। यहां तक कि साक्षात्कार में एक उम्मीदवार को कितने अंक मिले है, वह भी लीक हो गया है। इससे यूपी राज्य सहकारी बैंक आरोपों के घेरे में हैं।
इस बीच, ‘भारतीयसहकारिता’ से बात करते हुए यूपी स्टेट कोऑपरेटिव बैंक के एमडी भूपेंद्र कुमार विश्नोई ने कहा, “मुझे नहीं पता कि रिजल्ट कैसे लीक हो गया और मुझे इस संबंध में कोई सूचना नहीं है। कर्मचारियों की सूची हमें ही सौंपी गई थी लेकिन किसने लीक की यह अभी भी मुझे ज्ञात नहीं है”।
“सूची पोस्टिंग कमेटी को भेजी जाती है, जिसका मैं सदस्य सचिव हूँ। जानकारी एकत्र करने के बाद, मैं आपसे संपर्क करूंगा”, विश्नोई ने कहा।
गौरतलब है कि 30 जनवरी 2020 को चयन समिति का गठन किया गया था। 29.07.2020 को यूपी सहकारी बैंक के महाप्रबंधक (वित्त) – के डी पाठक को चयन समिति के सदस्यों के रूप में नियुक्त किया गया था। उत्तर प्रदेश राज्य सहकारी बैंक, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के मुख्यालय में वरिष्ठ शाखा प्रबंधकों का साक्षात्कार लिया गया था, लेकिन फिर भी एमडी इस बात से अनभिज्ञ हैं कि रिजल्ट कैसे लीक हुआ, ये काफी आश्चर्य की बात है।