मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कर्नाटक में “गुरु राघवेंद्र क्रेडिट सहकार बैंक नियमित” और “श्री गुरु सर्वभूमा क्रेडिट कोऑपरेटिव” में हुई धोखाधड़ी के सिलसिले में 45 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत जब्त किया है।
ईडी ने बैंक-शेष और फिक्स्ड डिपोजिट के रूप में 7.16 करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति को अटैच किया, जो दोनों संस्थाओं के अध्यक्ष, पूर्व-उपाध्यक्ष, पूर्व-सीईओ और वर्तमान सीईओ और उनके सहयोगियों से संबंधित हैं।
पाठकों को याद होगा कि यूसीबी के पूर्व मुख्य कार्यकारी अधिकारी मंसूर वासुदेवा माज्या ने आत्महत्या कर ली थी। इससे पहले इसी साल जून में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने बैंक में घोटाले के आरोपों के बाद उनके घर पर छापा मारा था। करीब 1,400 करोड़ रुपये का घोटाला है।
आरबीआई ने जनवरी में अनियमितताओं के खुलासे के बाद बैंक को कारोबार करने से रोक दिया था।