द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक, ईडी ने श्री कनवा सौहार्द कोऑपरेटिव क्रेडिट लिमिटेड (एसकेएससीसीअल) के एमडी और उनकी कंपनियों से संबंधित 255.17 करोड़ रुपये की संपत्ति को “प्रीवेन्शन ऑफ़ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट, 2002 (पीएमएल) के प्रावधानों के तहत संलग्न किया है।
ईडी ने सहकारी समितियों के बेंगलुरु के रजिस्ट्रार द्वारा दर्ज की गई शिकायत पर कार्रवाई की है।
पूछताछ से पता चला कि को-ऑप के एमडी नानजुंदैया ने अनधिकृत संग्रह केंद्रों और एजेंट के माध्यम से हजारों निवेशकों से 650 करोड़ रुपये इकट्ठा किए और उन्हें 12 से 15 प्रतिशत तक ब्याज दर देने का वादा किया था।