महाराष्ट्र स्थित सौ साल पुराने मल्टी-स्टेट शेड्यूल्ड बैंक- एनकेजीएसबी कोऑपरेटिव बैंक ने हाल ही में अपनी वित्तीय रिपोर्ट 2019-20 जारी की है। पीएमसी बैंक में हुए घोटाले का नकारात्मक प्रभाव बैंक की बैलेंस शीट पर पड़ा है, जिसके फलस्वरूप वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान बैंक के एनपीए में वृद्धि हुई है और मुनाफे में कमी आई है।
वित्त वर्ष 2019-20 की शुरुआत से अर्थव्यवस्था में मंदी के मद्देनजर बैंक के एनपीए में थोड़ी वृद्धि हुई है, लेकिन बैंक के अधिकांश अग्रिमों को 100% से अधिक संपार्श्विक द्वारा संरक्षित किया गया है। फिलहाल बैंक बकाया राशि की वसूली के लिए कानूनी कदम उठा रहा है।
बैंक की ओर से जारी बयान में कहा गया है, “शहरी सहकारी बैंकों पर पीएमसी बैंक में हुए घोटाले का नकारात्मक प्रभाव पड़ा है। आरबीआई ने 20 अप्रैल, 2020 को अपने पत्र में, पांच साल के लिए यूसीबी को अपने 20 प्रतिशत एक्सपोजर में से पीएमसी बैंक को प्रदान करने को कहा है। इसका कई यूसीबी की वित्तीय स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
“हमारे बैंक को पीएमसी बैंक के एक्सपोजर के कारण वित्त वर्ष 2019-20 के आरंभ से प्रति वर्ष 15.40 करोड़ रुपये प्रदान करना है। पीएमसी बैंक पर इस एक्सपोजर ने बैंक के सकल और शुद्ध एनपीए को लगभग 1 ½ % बढ़ा दिया जो हमारे नियंत्रण से बाहर था। इसका बैंक की लाभप्रदता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है”, बयान में आगे कहा गया।
पिछले वर्ष में सकल एनपीए 200.80 करोड़ रुपये का था यानी अग्रिम का 3.82% और शुद्ध एनपीए 88.58 करोड़ रुपये था, यानी अग्रिमों का 1.72%। वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान एनपीए में काफी वृद्धि हुई है। सकल एनपीए 361.07 करोड़ रुपये रहा, यानी 7.36% और शुद्ध एनपीए 243.78 करोड़ रुपये यानी अग्रिम का 5.09%।
31 मार्च, 2019 तक 12,852 करोड़ रुपये के मुकाबले 31 मार्च, 2020 तक कुल कारोबार 12,780 करोड़ रुपए रहा। 31 मार्च, 2019 तक 5,251 करोड़ रुपये के मुकाबले 31 मार्च 2020 तक अग्रिम 4,904 करोड़ रुपये रही जबकि 31 मार्च, 2020 तक 275 करोड़ की वृद्धि के साथ जमा राशि 7,601 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,876 करोड़ रुपये हो गयी।
हालांकि स्थापना के बाद से एनकेजीएसबी बैंक हमेशा लाभ में रहा है। वर्ष 2019-20 का शुद्ध लाभ 3.07 करोड़ रुपए रहा। 100 से अधिक वर्षों की विरासत और पेशेवर प्रबंधन, सुदृढ़ नेटवर्थ और पूंजी पर्याप्तता और पर्याप्त तरलता के साथ, एनकेजीएसबी बैंक अपने ग्राहकों को उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान कर रहा है।
पिछले वर्ष 69% की तुलना में बैंक का सीडी अनुपात 62% रहा। स्वामित्व वाले फंड 781.22 करोड़ रुपये रहे।
बैंक की स्थापना सितंबर 1917 में हुई थी। विभिन्न राज्यों में बैंक की 108 शाखाओं का नेटवर्क है
इस बीच बैंक ने 25 नवंबर 2020 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अपनी 103वीं एजीएम आयोजित करने की योजना बनाई है।