नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में बताया कि फर्टिलाइजर्स गैर कृषि उपयोग के लिए कहीं और भेजे जा रहे हैं और ऐसे भी उदाहरण हैं कि प्रमुख कृषि पोषक तत्वों को पूर्वी और उत्तर – पूर्वी राज्यों के माध्यम से सीमा पार तस्करी किया गया है.
उदाहरण देते हुए रिपोर्ट में कहा कि सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) द्वारा जनवरी सितम्बर 2008 के दौरान पश्चिम बंगाल में भारत की सीमा पर 1.77 करोड़ रुपए के 548 टन उर्वरकों जब्त किए गए. इसी तरह, मणिपुर के चंदेल जिले में पुलिस ने 2008 में म्यांमार में तस्करी किए जा रहे उर्वरकों के 93 टन जब्त किए, रिपोर्ट में बताया.
सीएजी ने चिंता व्यक्त की कि सरकार द्वारा प्रदान की गई सब्सिडी की भारी राशि के बावजूद जमीनी स्तर पर मांग और आपूर्ति के बीच बेमेल स्थिति है.
शीर्ष ऑडिटर ने कृषि मंत्रालय से कहा है कि वे सुनिश्चित करें कि मौसमी उर्वरक की मांग को वैज्ञानिक आधार पर मूल्यांकन किया जाय न कि केवल पिछले साल की खपत के लिए एक निर्दिष्ट प्रतिशत को जोड़कर.