कोरोना महामारी के बीच, नागालैंड स्टेट कॉपरेटिव बैंक ने हाल ही में विकास कार्य योजना 2020-2021 के तहत अर्धवार्षिक वित्तीय स्थिति की समीक्षा करने के लिए अपने सभी शाखा प्रबंधकों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बातचीत की।
बैंक की राज्य भर में फैली 22 शाखाओं के सभी ब्रांच मैनेजर उपस्थित थे। इस मौके पर प्रबंधन ने उन्हें भविष्य में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस खबर को बैंक के वाइस-चेयरमैन केचवेंगुलो ली ने व्हाट्सएप के जरिए भारतीय सहकारिता के साथ साझा किया। बैठक में ‘ली’ ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 लाख रुपये का योगदान देने के लिए बैंक की सराहना की।
ली ने बताया कि कोविड-19 के कारण राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के दौरान दीमापुर जिले के आसपास दूरदराज इलाकों में बैंक ने मोबाइल एटीएम सेवा की सुविधा प्रदान की थी।
‘ली’ ने निदेशक मण्डल की ओर से बैंक को घाटे से उबारने में सहयोग करने के लिए सभी का धन्यवाद किया। उन्होंने कर्मचारियों से ग्राहकों के साथ विनम्रता और ईमानदारी से काम करने का आग्रह किया।
बैंक की आईटी टीम ने सफलतापूर्वक बैठक का आयोजन किया। बोर्ड की भी आभासी बैठक आयोजित की जाएगी क्योंकि वर्तमान स्थिति में बोर्ड सदस्यों के लिए दीमापुर आना सही नहीं है, ली ने कहा।
इस मौके पर बिवास- डीजीएम नाबार्ड; लिपोकोटा अय्यर एमडी, एनएससीबी; महाप्रबंधकों समेत अन्य लोग भी उपस्थित थे।
बता दें कि कई वर्षों से बैंक वित्तीय संकट से जूझ रहा था लेकिन अब बैंक साल-दर-साल अच्छा लाभ कमा रहा है।
पाठकों को याद होगा कि इससे पहले, भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नई दिल्ली में 2018-19 के दौरान एसएचजी बैंक लिंकेज में शानदार प्रदर्शन के लिए नागालैंड राज्य सहकारी बैंक को “राष्ट्रीय मान्यता प्रशस्ति” से सम्मानित किया था।
एनएससीबी की स्थापना 4 नवंबर 1966 को हुई थी और राज्य में इसकी 22 शाखाएँ हैं। बैंक अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता की सुविधाएं प्रदान कर रहा है।