कर्मचारियों को प्रोत्साहित करने के लिए, महाराष्ट्र राज्य सहकारी (एमएससी) बैंक ने 12 प्रतिशत बोनस देने की घोषणा की है, जो बैंक के इतिहास में सबसे अधिक है।
बोनस बैंक के 800 से अधिक कर्मचारियों को दिया जाएगा। यह कर्मचारी बैंक के मुख्यालय सहित राज्य भर में फैली विभिन्न शाखाओं में कार्यरत हैं।
इस खबर को साझा करते हुए एमएससी बैंक के प्रशासनिक बोर्ड के अध्यक्ष विद्याधर अनास्कर ने कहा कि, “हमने अपने कर्मचारियों को 12 प्रतिशत बोनस देने की घोषणा की है, जो बैंक के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक है।”
“यह अधिकारियों और कर्मचारियों को बैंक को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि जिन कर्मचारियों की उपस्थिति 65 प्रतिशत से अधिक है, वह ही बोनस पाने के पात्र हैं।”
उन्होंने आगे बताया कि, बैंक से जुड़ी छह कर्मचारी यूनियन हैं। हमने बोनस की घोषणा करने से पहले कर्मचारी यूनियनों के प्रतिनिधियों की एक बैठक बुलाई थी, जिसमें सर्वसम्मति से पारित किया गया कि यदि बैंक का कोई कर्मचारी मंत्री, विधायक या किसी अन्य राजनेता के प्रयास से अपने प्रमोशन, ट्रांसफर के लिए बैंक पर दबाव डलवाता है तो उसे बोनस और अन्य लाभ नहीं दिया जाएगा”, अंस्कर ने फोन पर इस संवाददाता से कहा।
हमने अक्सर देखा है कि, एमएससी बैंक के कई कर्मचारियों ने अपने स्थानांतरण और पदोन्नति के लिए अपने राजनीतिक कनेक्शन का उपयोग किया है लेकिन इस कदम से उन कर्मचारियों का मनोबल बढ़ेगा जो सच्ची निष्ठा और ईमानदारी के साथ काम करते हैं, अनास्कर ने कहा।
यह उल्लेखनीय है कि, जब अन्य सहकारी बैंक कोविड -19 महामारी के मद्देनजर एनपीए की सामस्य से जूझ रहे हैं तब महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक 0% शुद्ध एनपीए हासिल करने में सफल रहा और 2019-2020 वित्त वर्ष में 325 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया।