सहकार भारती के एक सक्रिय सदस्य किशोर कुमार कोडगी को मंगलौर स्थित कैम्पको के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित किया गया है। अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव रविवार को हुआ था। कोडगी ने एसआर सतिश्चन्द्र की जगह ली है।
इसके अलावा, के. शंकरनारायण भट्ट को कैम्पको के उपाध्यक्ष के रूप में फिर से चुना गया। कोडगी और भट दोनों ने पदभार संभाल लिया है और उनका कार्यकाल पांच साल के लिए होगा।
“भारतीयसहकारिता” से बात करते हुए कोडगी ने कहा, “पिछले 15 साल से मैं कैम्पको के बोर्ड पर हूँ और सहकार भारती का एक सक्रिय सदस्य भी हूँ। इससे पहले दो साल के लिए मैं उडुपी जिले (कर्नाटक) के कुंडापुरा तालुका का अध्यक्ष था। मुझे यकीन है कि बोर्ड के सदस्यों के समर्थन से मैं लोगों की अपेक्षाओं पर खरा उतरूंगा”।
“सबसे पहले, मैं सुपारी किसानों के हितों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करूंगा और उन्हें मजबूत बनाने के लिए योजनाएं और नीतियां बनाऊंगा। इसके अलावा, हम मार्च तक पुत्तूर शहर में काली मिर्च की एक इकाई शुरू करने की प्रक्रिया में हैं। हम भी नए युग की तकनीक अपनायेंगे”, कोडगी ने कहा।
स्मरणीय है कि सहकार भारती (कर्नाटक चैप्टर) के उम्मीदवारों ने मैंगलोर स्थित चॉकलेट कोऑपरेटिव – कैंपको के चुनाव में बाजी मारी। कर्नाटक और केरल से सर्वसम्मति से चुने गए 16 निदेशकों में से अधिकांश सहकार भारती के लोग हैं।
कैम्पको बोर्ड चुनाव हाल ही में आयोजित किया गया था और सभी 16 निदेशक निर्विरोध चुने गए हैं। जैसा कि कैम्पको के संचालन का क्षेत्र दो राज्यों में है, प्रत्येक राज्य – कर्नाटक और केरल से 8-8 निदेशक चुने गए हैं। 16 निदेशकों में से सात नए हैं और शेष निवर्तमान बोर्ड से हैं।
कर्नाटक से निर्वाचित निर्देशकों में दयानंद हेगडे, किशोर कुमार कोडगी, कृष्णा प्रसाद मदथीला, एम महेश चौटा, राघवेंद्र भट्ट, एसआर सतिश्चन्द्र, राघवेंद्र एचएम, शंभुलिङ्ग गणपति शामिल हैं।
केरल से निर्वाचित निदेशकों में जयप्रकाश नारायण, जयराम सरलाया, के. बालकृष्ण राय, के. राधाकृष्णन, सत्यनारणन प्रसाद, सुरेश कुमार शेट्टी, पद्मराज पट्टाजे और शंकरनारायण भट्ट शामिल हैं।
हाल ही में कैम्पको ने दो नए एक्लेयर उत्पादों को बाजार में उतारा। इसको कैंपको की चॉकलेट फैक्ट्री- पुत्तुर में लॉन्च किया गया था।