एक लंबे इंतजार के बाद, एपी महेश सहकारी शहरी बैंक के चुनाव परिणामों की घोषणा तेलंगाना हाई कोर्ट की हरी झंडी के बाद गत रविवार को की गई। सहकारी गलियारों में जाने-माने चेहरे रमेश कुमार बंग को यूसीबी के अध्यक्ष के रूप में निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
अध्यक्ष का पद ग्रहण करने के तुरंत बाद भारतीय सहकारिता से बात करते हुए बंग ने कहा, “पिछले शुक्रवार को अदालत ने आरओ को परिणाम घोषित करने को कहा था। घोषित परिणामों के मुताबिक हमारे पैनल ने 15 सीटों में से 10 सीटों पर जीत हासिल की है।”
“तीसरे कार्यकाल के लिए मुझे बैंक के अध्यक्ष के रूप में चुना गया है। इससे पहले मैं दो कार्यकाल यानी 2005-2010 और 2010-2015 के लिए अध्यक्ष था, बंग ने गर्व से कहा।
बता दें कि बंग ने निवर्तमान अध्यक्ष पुरुषोत्तमदास मंधाना का स्थान लिया है, जिन्हें अब बैंक का वरिष्ठ उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा, निवर्तमान निदेशकों में से एक लक्ष्मीनारायण राठी को उपाध्यक्ष के रूप में निर्विरोध चुना गया है। राठी ने अटाल का स्थान लिया है, जिन्होंने इस बार बैंक का चुनाव नहीं लड़ा था।
बैंक के चुनाव का मामला तेलंगाना उच्च न्यायालय में चल रहा था और इस मामले पर कई सुनवाई भी हुई। लेकिन शुक्रवार को अदालत ने रिटर्निंग ऑफिसर एस्टर रानी जॉन को फैसले की घोषणा करने की अनुमति दी। इससे पहले, अदालत ने आरओ को सील बंद लिफाफे में परिणाम प्रस्तुत करने का आदेश दिया था।
पाठकों को ज्ञात होगा कि महेश बैंक का चुनाव विवादों में घिर गया था। चुनाव में रमेश बंग के नेतृत्व वाले संस्थाक पैनल और भगवती बलदेवा के नेतृत्व वाले फाउंडर्स पैनल ने 15-15 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे।
बंग के पैनल ने 15 सीटों में से 10 सीटें जीती और 5 बलदेवा पैनल ने जीती है। अध्यक्ष के रूप में नाम की घोषणा के बाद अपने समर्थको का शुक्रिया अदा करते हुए, बंग ने कहा, “मैं उन सदस्यों, शुभचिंतकों और अन्य लोगों का शुक्रगुजार हूं, जिन्होंने मुझ पर विश्वास जताया और एक बार फिर पांच साल के अंतराल के बाद, मुझे अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। मेरी पहली प्राथमिकता बैंक में नई प्रौद्योगिकी अपनाना होगा।”
चुनाव के दरमियान विपक्षी पैनल ने रमेश बंग टीम पर एक ही दिन में 800 गोल्ड लोन मेंबर बनाने का आरोप लगाया था, ताकि वह अपना वोट बैंक बढ़ा सके।
एपी महेश बैंक की चार राज्यों में 45 शाखाएं है। यह एक बहु-राज्य अनुसूचित बैंक है और इसका प्रधान कार्यालय हैदराबाद में स्थित है।