ट्रिब्यून न्यूज सर्विस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पंजाब के सभी जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों का विलय इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पंजाब स्टेट कोऑपरेटिव बैंक में की जाने की योजना है।
पंजाब सरकार ने इस सिलसिले में भारतीय रिजर्व बैंक से अनुमति मांगी है। समामेलन के बाद, स्टेट कोऑपरेटिव बैंक की 804 शाखाओं हो जाएंगी।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के जिला केंद्रीय सहकारी बैंक (डीसीसीबी) नौ लाख किसानों को प्रति वर्ष 12,000 करोड़ रुपये का ऋण देते हैं। सूत्रों का कहना है कि 20 जिला केंद्रीय सहकारी बैंकों में से 11 बैंकों की वित्तीय हालत काफी खराब है।