हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुणे क्राइम ब्रांच ने धनकवाड़ी स्थित आदर्श नागरी सहकारी संस्था के तीन कर्मचारियों को 6.78 करोड़ रुपये के घोटाले में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
यह घोटाला 1999 से 2018 के बीच हुआ था, जिसमें 161 जमाकर्ताओं के साथ धोखाधड़ी की गई।
सहकारिता विभाग के डिप्टी ऑडिटर द्वारा की गई शिकायत के आधार पर क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी स्टाफ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
यह प्राथमिकी भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की विभिन्न धाराओं और महाराष्ट्र प्रोटेक्शन ऑफ इंटरेस्ट ऑफ डिपॉजिटर्स एक्ट के संबंधित धाराओं के तहत दर्ज की गई है ।