भारत में कई भव्य शादियों को पछाडते हुए, विशाल सिंह, स्व. श्री अजित सिंह के पुत्र, वास्तव में विशेष शैली में शादी करने जा रहे हैं. विशाल एनसीसीएफ के उपाध्यक्ष और नाफेड के बोर्ड सदस्य भी हैं जहां उनके पिता हाल तक अध्यक्ष रहे.
सूत्रों के अनुसार विशाल सिंह की मां मीना सिंह ने पूरी ट्रेन की बुकिंग के लिए रेल मंत्रालय से संपर्क किया है जिसमें बारात पटना से गोंडा के लिए निर्बाध यात्रा कर सकती है.
भारतीयसहकारिता.कॉम से बात करते हुए विशाल सिंह ने पूरी ट्रेन की बुकिंग से साफ इनकार किया और कहा कि हमारे इनकार के बावजूद अखबारों ने यह बात प्रकाशित कर दी.
ऐसी सूचना है की रेल मंत्री ममता बनर्जी ने इस विचित्र अनुरोध पर आश्चर्य व्यक्त किया है. कोच का आरक्षण सामान्य है लेकिन पूरे ट्रेन की बुकिंग अब तक सुनी न गई है क्योंकि ऐसा करने का मतलब है आम यात्री को ना कहना. चार्टर्ड विमान की बात तो ठीक है लेकिन चार्टर्ड ट्रेन वास्तव में नई चीज है.
परंतु विशेषज्ञों के अनुसार, रेलवे के एक व्यावसायिक उद्यम होने के नाते, यदि आप मोटी रकम देने के लिए तैयार हैं तो पूरी गाड़ी की बुकिंग संभव है हैं रेलवे.
यह उच्च प्रोफ़ाइल शादी 31 जनवरी के लिए निर्धारित है जहां दो बडे राजनीतिक परिवार जुड्ने जा रहे हैं. विशाल की मां मीना सिंह JDU की सांसद है, जबकि दुल्हन के पिता बृजभूषण शरण सिंह समाजवादी पार्टी के टिकट पर केसरगंज का प्रतिनिधित्व करते है.
विशाल के दादा जी तपेश्वर सिंह अग्रणी नेता माने जाते हैं जिन्होंने बिहार में सहकारी आंदोलन को मजबूती प्रदान की. अजीत सिंह, उनके दूसरे बेटे, ने उनके पद चिन्हों का अनुसरण किया और सहकारीता आंदोलन को अपनी रुचि का विषय बनाने का फैसला किया.
लेकिन दुर्भाग्य से उसका नाम उनकी अध्यक्षता के दौरान नाफेड को गठ्जोड के व्यापार में हुई हानि के कारण चर्चा में आया. घोटाला बहुत बड़ा है और कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं. एक सड़क दुर्घटना में उनकी हुई अचानक मौत ने बात को और पेचीदा बना दिय है क्योंकि उनलोगोंने, जो जांच पड़ताल के घेरे में हैं, मामले को उनके नाम पर मढ़ने की कोशिश कर रहे हैं.
जांच चल रही है लेकिन अभी तक कुछ हासिल नहीं हुआ है.