महाराष्ट्र स्थित बेसिन कैथोलिक को-ऑपरेटिव बैंक ने कोविड के बावजूद भी अपने कारोबार में वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान वृद्धि दर्ज की है। बैंक का कुल कारोबार 11,177 करोड़ रुपये (2018-19) से बढ़कर 2019-20 वित्त वर्ष में 11,644 करोड़ रुपये हो गया है।
बैंक का डिपॉजिट 6,958 करोड़ रुपये से बढ़कर 7,407 करोड़ रुपये हो गया है जबकि ऋण और अग्रिम 4,219 करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2019-20 में 4,237 करोड़ रुपये हो गया। बैंक ने शुद्ध लाभ में थोड़ी गिरवाट दर्ज की है और वित्त वर्ष 2018-19 में यह 90 करोड़ रुपये से घटकर 2019-20 में 73.27 करोड़ रुपये हो गया है।
31 मार्च 2020 तक बैंक का नेट एनपीए 1.89 प्रतिशत और सकल एनपीए 8.48 प्रतिशत रहा। बैंक ने वर्ष के दौरान 2.89 करोड़ रुपये का कर्ज राइट ऑफ किया है।
निदेशक मण्डल की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बैंक के अध्यक्ष रयान फर्नांडिस ने कहा, “मुझे इस तथ्य पर प्रकाश डालते हुए खुशी हो रही है कि वित्तीय वर्ष 2019-20 में बैंक ने कोविड के बावजूद भी अच्छा प्रदर्शन किया है।”
“वित्त वर्ष के दौरान डिपॉजिट, अग्रिम और लाभप्रदता के क्षेत्र में बैंक का प्रदर्शन संतोषजनक रहा। बैंक का सकल कारोबार वर्ष 2019-20 के अंत में 11,644 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। वर्तमान वित्त वर्ष 2020-21 में बैंक एनपीए स्तर को नियंत्रित करने पर काम कर रहा है और चालू वित्त वर्ष के दौरान एनपीए कम होने की काफी उम्मीद है”, उन्होंने कहा।
बसीन कैथोलिक को-ऑपरेटिव बैंक के महाराष्ट्र में 77 एटीएम हैं, जिनमें 13 ऑफसाइट एटीएम हैं। कोविड-19 अवधि में बैंक ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 51 लाख रुपए का योगदान दिया।
पाठकों को याद होगा कि बेसिन बैंक हाल ही में सुर्खियों में बना हुआ था, जब बैंक की सीईओ बृजदीना राजन कॉटिन्हो को हटाने का मुद्दा सामने आया था।