एनसीयूआई की शिक्षा विंग एनसीसीई ने पहल करते हुए मध्य प्रदेश के एफपीओ के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।
एनसीसीई के निदेशक वीके दुबे ने बताया कि, यह इस श्रृंखला में पहला कार्यक्रम है और हमारा लक्ष्य अधिक से अधिक एफपीओ को प्रशिक्षित करना है।
इस मौके पर विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें सहकारी क्षेत्र में विभिन्न कानूनों के तहत पंजीकरण कराना, कागजात की आवश्यकता, कराधान, प्रबंधन प्रक्रियाओं, प्रमाण पत्र आदि पर चर्चा की गई।
विभिन्य सत्रों को एनसीसीई के अधिकारियों समेत विशेषज्ञ और संकायों सदस्यों ने संबोधित किया। यह कार्यक्रम एनसीयूआई की महिला सशक्तिकरण समिति की सदस्य श्रीमती आरती बिसारिया के अनुरोध पर ऑनलाइन आयोजित किया गया था, एनसीसीई की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
यह तय किया गया कि अगला कार्यक्रम संस्था के मुख्यालय में एफपीओ के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा। प्रतिभागियों ने कार्यक्रम की सराहना की और भविष्य में ऐसे और कार्यक्रमों के लिए अनुरोध किया।
स्मरणीय है कि भारत सरकार किसानों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए 10000 एफपीओ को बढ़ावा दे रही है। एफपीओ का मुख्य फोकस कृषि उत्पादन, खरीद, विपणन बढ़ाने, किसानों को सेवाएं प्रदान करने और मूल्य संवर्धन के लिए प्रसंस्करण उद्यम स्थापित करने पर है।
इसका उद्देश्य 2022 तक किसानों की आय 2 गुनी करना है। इन एफपीओ को कंपनी अधिनियम, 2013, सहकारी अधिनियम और सोसायटी अधिनियम, 1860 के तहत पंजीकृत किया जाएगा। इन उद्यमों को सरकार के मानक और नियम अनुसार पेशेवर रूप से प्रबंधित किया जाना चाहिए। अतः कर्मियों और प्रबंधन बोर्ड को उचित ढंग से एफपीओ को चलाने के लिए प्रशिक्षित किया जाना चाहिए, एनसीसीई द्वारा भेजी गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया।