महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के अलीबाग शहर में स्थित एक छोटी सहकारी संस्था- आदर्श नागरी सहकारी पटसंस्था ने वित्त वर्ष 2020-21 में सभी वित्तीय मापदंडों पर अच्छा प्रदर्शन किया है।
सोसायटी के अध्यक्ष सुरेश पाटिल ने दावा किया कि कोविड-19 का व्यापार पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ा है और हम देशव्यापी लॉकडाउन के बावजूद भी अपने कारोबार को बढ़ाने में सफल हुए हैं।”
पाटिल ने वित्तीय आंकड़ों पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमने 2020-21 वित्तीय वर्ष में 350 करोड़ रुपये से अधिक का कुल व्यापार हासिल किया है। इससे पहले 2019-20 में हमारा कारोबार लगभग 300 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, हमारा डिपॉजिट 172 करोड़ रुपये से बढ़कर 207 करोड़ रुपये हो गया है, जबकि 2020-21 में ऋण और अग्रिम 124 करोड़ रुपये से बढ़कर 143 करोड़ रुपये हो गए।”
“इसके अलावा, हमारी वसूली टीम ने एनपीए को नियंत्रित करने के लिए दिन-रात काम किया है। इसका श्रेय उन कर्मचारियों को जाता है जिन्होंने समिति को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रभावी रूप से काम किया। हम चालू वित्त वर्ष के अंत तक 450 करोड़ से अधिक का व्यवसाय मिश्रण हासिल करने का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं”, उन्होंने जोर दिया।
इस दौरान, समिति का शुद्ध एनपीए और सकल एनपीए क्रमशः 0 और 0.86 प्रतिशत है और समिति ने 2020-21 वित्त वर्ष में 2.75 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ अर्जित किया। इससे पहले संस्था ने 2.52 करोड़ रुपये का लाभ कमाया था। 2020-21 वित्तीय वर्ष में, समिति ने तीन शाखाएँ खोलीं और महाराष्ट्र के रायगढ़ जिल में इसकी 12 शाखाएँ हैं। यह समिति चालू वित्त वर्ष में अपने नेटवर्क का विस्तार करने की योजना बना रही है।
31 मार्च 2021 को सीआरएआर 9.88% था और निवेश 75.12 करोड़ रुपये का हुआ था। ग्राहकों को सुविधा देने के लिए, समिति ने लॉकडाउन अवधि में मोबाइल ऐप लॉन्च किया है। कई ग्राहक वर्तमान में सुविधा का लाभ उठा रहे हैं और ऐप के माध्यम से अपनी बिजली, लैंडलाइन, मोबाइल बिल और अन्य लेन-देन को निपटा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि समिति ने मुख्यमंत्री राहत कोष में 1.51 लाख रुपये और जिले के डीएम द्वारा बनाए गए फंड में 50 हजार रुपये का योगदान दिया था।
आदर्श नागरी सहकारी पटसंस्था की स्थापना 1998 में हुई थी और बहुत कम समय में सोसायटी ने अच्छी प्रगति कर ली है। लगभग 10 हजार शेयरधारक समिति से जुड़े हैं।