अहमदाबाद स्थित गुजरात राज्य सहकारी संघ ने हाल ही में “प्राथमिक सहकारी समितियों में चुनाव प्रक्रिया” विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया। वेबिनार की अध्यक्षता संघ के अध्यक्ष घनश्यामभाई अमीन ने की।
वेबिनार का उद्घाटन करते हुए घनश्यामभाई अमीन ने कहा कि सहकारी गतिविधियां लोकतंत्र की सच्ची भावना से लोगों द्वारा और लोगों के लिए संचालित और प्रबंधित की जाती हैं। सहकारी समितियों में सदस्य लोकतांत्रिक रूप से चुने जाते हैं और समितियों को संचालन करते हैं।
गुजरात सहकारिता अधिनियम की धारा 74 के अनुसार, धारा 145 में (के) से (वी) तक समिति के चुनाव का प्रावधान किया गया है और चुनाव कराने के नियम भी उसमें निर्धारित हैं, उन्होंने कहा।
अमीन ने कहा, “चुनाव स्वीकृत उप-नियमों के अनुसार कराए जाने चाहिए। लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए चुनाव कराना व्यावहारिक रूप से संभव नहीं है, साथ ही चुनाव न कराना सहकारिता अधिनियम के प्रावधान का उल्लंघन भी है।
अमीन ने महसूस किया, “दूसरी ओर, चुनाव कराना कोविड-19 के दिशानिर्देशों का उल्लंघन है। इसे ध्यान में रखते हुए, गुजरात राज्य के सहकारिता मंत्री ईश्वरसिंह पटेल और सहकारिता विभाग के अन्य अधिकारियों को एक प्रतिवेदन दिया गया था।”
उन्होंने बताया कि उनके प्रतिवेदन पर तुरंत कार्रवाई करते हुए, सरकार ने 13 मई 2021 को एक अधिसूचना जारी की और चुनाव कराने की तारीख 15 जून 2021 तक बढ़ा दी। चुनाव की तारीख बढ़ाने के लिए सरकार का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।
सहकारी समितियों के सेवानिवृत्त संयुक्त रजिस्ट्रार जे जे शाह ने सहकारी समितियों के लिए चुनाव प्रक्रियाओं के संबंध में मतदान का अधिकार, नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया, चुनाव अधिकारी की शक्ति, सरकार द्वारा जारी अधिसूचना, आदि पर विस्तृत मार्गदर्शन प्रदान किया।
गुजरात राज्य सहकारी संघ के कार्यकारी अधिकारी डॉ राजेंद्र सी त्रिवेदी ने सभी अतिथियों, सहकारी समितियों के प्रतिनिधियों और वेबिनार के प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने वेबिनार के लिए बहुमूल्य मार्गदर्शन करने के लिए घनश्यामभाई अमीन का भी हार्दिक धन्यवाद किया।
संयुक्त रजिस्ट्रार आरडी त्रिवेदी ने वेबिनार में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। पूरे कार्यक्रम का संचालन गुजरात सहकारी व्यावस्थापन केंद्र, अहमदाबाद के प्रधानाचार्य अल्पेशभाई रावल ने किया। वेबिनार को सफल बनाने के लिए सभी कर्मचारियों ने भरपूर सहयोग किया।