भारतीय राजनीति के ताकतवर नेता अमित शाह को सहकारिता मंत्रालय का भी प्रभार सौंपा गया है। यानी अब अमित शाह गृह मंत्रालय के अलावा सहकारिता मंत्रालय का प्रभार भी संभालेंगे।
अमित शाह जमीनी स्तर के सहकारी नेता हैं, जो अपने काम के लिए जाने जाते हैं। अपने शुरुआती दिनों में वह सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में काफी सक्रिय रहे और अहमदाबाद डीसीसीबी बैंक का कई बार चुनाव भी लड़ा। अभी भी वह सहकारी बैंकिंग क्षेत्र के विकास में अधिक रुचि लेते हैं।
उनके मित्रों ने याद किया कि कैसे अतीत में 2001 से 2003 के दौरान, अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष के रूप में शाह ने बैंक को पुनर्जीवित करने में अहम भूमिका निभाई थी। नेफकॉब के अध्यक्ष ज्योतिंद्र मेहता ने कहा कि अहमदाबाद जिला सहकारी बैंक को घाटे से उभारने का श्रेय अमितभाई को जाता है।
मेहता ने अमित शाह को सोशल मीडिया के माध्यम से बधाई दी। उन्होंने लिखा, “नवगठित सहकारिता मंत्रालय के मंत्री के रूप में अमितभाई शाह के होने पर सहकारिता क्षेत्र को गर्व है। वह सेक्टर और बैंकिंग को काफी बारीकी से समझते हैं। हमें देश के पहले सहकारिता मंत्री पर गर्व है”, मेहता ने लिखा।
इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी ने शाह को बधाई देते हुए ट्वीट किया, “गतिशील, दूरदर्शी और विद्वान राजनीतिक नेता श्री अमित शाह जी को गृह मंत्रालय के साथ-साथ सहकारिता मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के लिए हार्दिक बधाई। वह वास्तव में भारतीय सहकारिता आंदोलन को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। मेरी शुभकामनाएं।”
गुजरात के एक और मजबूत सहकारी नेता जी एच अमीन ने भी सहकारिता मंत्री के रूप में शाह के चयन पर प्रसन्नता व्यक्त की। अमितभाई डीसीसीबी के बोर्ड और शीर्ष बैंक गुजरात स्टेट को-ऑप बैंक के बोर्ड में लंबे समय तक रहे हैं। अमीन ने गुजरात के सात अन्य मंत्रियों को भी बधाई दी, जिन्हें बुधवार को मंत्री के रूप में शपथ ली थी।
नव निर्मित मंत्रालय का नेतृत्व करने के लिए उनके चयन को सहकारी नेताओं से मिली-जुली प्रतिक्रिया प्राप्त हुई है। जहां गुजरात स्थित अधिकांश सहकारी नेताओं ने उनकी नियुक्ति की सराहना की है, वहीं कई ऐसे भी हैं जो उनकी नियुक्ति पर संदेह व्यक्त कर रहे हैं।
एक सहकारी नेता अशोक डबास ने इस संवाददाता को फोन पर कहा कि अब सहकारी संस्थाओं से माफियाओं का सफाया होगा”।
सहकारी नेताओं ने कहा कि क्या शाह सहकारिता मंत्रालय पर अधिक नजर रख पाएंगे क्योंकि उन्हें पहले से ही महत्वपूर्ण मंत्रालय यानी गृह मंत्रालय का काम सौंपा गया है।