इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा महाराष्ट्र राज्य सहकारी बैंक के साथ रूपी सहकारी बैंक के विलय के प्रस्ताव को खारिज करने के बाद, बैंक के प्रशासक सुधीर पंडित ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से इस मामले को बिना देर किए हल करने का आग्रह किया।
सुधीर पंडित के मुताबिक, बैंक अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए हर संभव कदम उठा रहा है, जिसमें डिफॉल्टरों की संपत्तियों की कुर्की और डिफॉल्टरों और उनके गारंटरों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज करना शामिल है। उन्होंने कहा कि बैंक पिछले पांच साल से परिचालन लाभ कमा रहा है।
आरबीआई द्वारा प्रस्ताव खारिज किए जाने के बाद सुधीर पंडित को उम्मीद है कि किसी और बैंक के साथ रुपी बैंक का विलय किया जा सकता है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने एफएम से इस मामले में समर्थन मांगा है।
रुपया बैंक से 6 लाख से ज्यादा जमाकर्ता जुड़े हुए हैं, जिन्हें अपनी गाढ़ी कमाई को वापस पाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ रही है।