इफको किसानों को धान के खेतों में नैनो यूरिया के छिड़काव के लिए ड्रोन तकनीक के बारे में जागरूक कर रहा है। इससे जुड़ी एक खबर इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस अवस्थी ने अपनी फेसबुक वॉल पर साझा की।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, “इफको हमेशा किसानों के हित में नवीन प्रौद्योगिकी को सबसे ऊपर रखता है। इफको कृषि विशेषज्ञों की एक टीम ने केरल में धान के खेतों में ड्रोन तकनीक के साथ इफको नैनो यूरिया के उपयोग के बारे में किसानों को जागरूक किया। योगेंद्र कुमार और उनकी पूरी मार्केटिंग टीम को बधाई।”
नाम न छापने की शर्त पर इफको से जुड़े एक कृषि विशेषज्ञ ने बताया कि, इफको पिछले 5 महीनों से ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल एक एक्सपेरिमेंट के रूप में कर रहा है। हमने कुछ महीने पहले महाराष्ट्र के धान के खेतों में ड्रोन के माध्यम से छिड़काव किया और हमें उत्साहजनक परिणाम देखने को मिले हैं।”
उन्होंने कहा कि अभी शुरुआत हुई है और इसकी लॉन्चिंग के लिए आवश्यक इनपुट एकत्रित किए जा रहे हैं, जिसके बारे में जल्द ही औपचारिक रूप से घोषणा की जाएगी। उन्होंने कहा कि ड्रोन-नैनो यूरिया परियोजना का उद्घाटन बिहार में किया जा सकता है।
परियोजना के बारे में विस्तार से बताते हुए इफको के एक अधिकारी ने कहा कि, हमने जहाँ-जहाँ सागरिका के साथ नैनो यूरिया का छिड़काव किया है हमें वहां-वहां अच्छे परिणाम मिले हैं। ड्रोन चलाने वाली कई निजी एजेंसियों के माध्यम से हम ज्यादातर दक्षिण भारत में ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल एक्सपेरिमेंट के रूप में कर रहे हैं।
कुछ महीने पहले दिल्ली में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय हवाई अड्डे के पीछे खेतों में नैनो यूरिया और सागरिका छिड़कने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। उन्होंने कहा कि अभी तक हमने इस तकनीक के बारे में ज्यादा प्रचार-प्रसार नहीं किया है।
“दिलचस्प बात यह है कि ड्रोन के इस्तेमाल से किसानों को कई फायदे होंगे। सबसे पहले यह पानी के उपयोग को कम करता है और दूसरी यह सभी मानवीय हस्तक्षेप को रोकता है। यह हमारे एमडी के विजन के भी करीब है, जो खेती में तकनीक का उपयोग बढ़ाना चाहते हैं”, इफको के विपणन निदेशक योगेंद्र कुमार ने कहा।
इस बीच सोशल मीडिया यूजर्स ने इफको के इस नए प्रयोग की काफी सराहना की है। एक यूजर्स शशांक मिश्रा ने लिखा, “भारतीय कृषि में ड्रोन का इस्तेमाल करना किसी सपने के सच होने जैसा है। इफको नैनो यूरिया किसानों के जीवन और कमाई में बदलाव लाएगा। डॉ यूएस अवस्थी के मार्गदर्शन और मार्केटिंग टीम के प्रयासों को सलाम।”