उत्तराखंड के सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि पैक्स कंप्यूटराइजेशन सहकारिता के विकास का आधार बनने जा रहा है।
उन्होंने कहा, “बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के सचिव पूरी तरह से कंप्यूटर सीखेंगे। वह अब कागजों की जगह कम्प्यूर से काम करेंगे। समितियों में किसानों को ऋण व खाद बीज देना तथा अन्य काम अब वह कम्प्यूर से करेंगे, जिससे किसानों को सहूलियत होगी और इस सिस्टम से पारदर्शिता आएगी”, राज्य के सहकारिता विभाग की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक।
मंत्री ने यह बात आईसीएम देहरादून में आयोजित पैक्स सचिवों के ट्रेनिंग प्रोग्राम के समापन अवसर पर कही।
बैच में 60 पैक्स सचिव, टिहरी, अल्मोडा रुद्रप्रयाग पिथौरागढ़, पौड़ी गढ़वाल, नैनीताल, उधमसिंह नगर एवं चम्पावत जनपदों से प्रशिक्षित किये गये।
इस अवसर पर सहकारिता मंत्री डॉ रावत ने यूनिइट ईआरपी सॉफ्टवेयर के मैनुअल पुस्तक का भी विमोचन किया गया। इस पुस्तक को आईसीएम ने प्रकाशित किया है। इस पुस्तक में ट्रेनिंग की बारीकियों का उल्लेख किया गया है।
पैक्स का कंप्यूटराइजेशन करने में तेलगांना के बाद उत्तराखण्ड दूसरा राज्य बन गया है, मंत्री ने कहा।
इस मौके पर कई पैक्स सचिवों ने भी अपने-अपने सुझाव रखे। जनपद नैनीताल विकासखंड धारी में बहुद्देशीय सहकारी समिति धनाचुली पैक्स समिति के मोहन राम आर्य ने बताया कि उनकी समिति का 42 लाख रुपए का प्रॉफिट है। कंप्यूटराइजेशन से उनकी समिति और ज्यादा तरक्की करेगी।
जनपद रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लॉक में बहुद्देशीय सहकारी समिति गोरतीपाला के सचिव श्री राकेश मोहन थपलियाल ने बताया की कंप्यूटराइजेशन से उनकी समितियों के ग्राहक बढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि उनकी समिति के पास ग्रामीणों का 5 करोड रुपए डिपाजिट है। और समिति का 35 लाख रुपए का प्रॉफिट है। उन्होंने कहा कंप्यूटराइजेशन से राष्ट्रीयकृत बैंकों के ग्राहक उनकी समिति में आएंगे और वे अपना कारोबार बढ़ाएंगे।
जनपद रुद्रप्रयाग के उखीमठ ब्लाक के अंतर्गत रामपुर समिति के सचिव शिव सिंह राणा ने बताया कि प्रशिक्षण में उन्होंने कंप्यूटर सीखा। वह समिति में पहुंचकर कंप्यूटर पर काम करेंगे और कुछ दिन बाद वह दक्ष हो जाएंगे। समितियों में कंप्यूटर पहुंच चुके हैं, विज्ञप्ति के मुताबिक।
इस अवसर पर अपर निबंधक व राज्य सहकारी बैंक की प्रबंध निदेशक ईरा उप्रेती ने प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किये।
उत्तराखंड सहकारी संघ के चेयरमैन मातबर सिंह रावत, संस्थान के निदेशक अजय रस्तोगी, अनीता कौल गुप्ता, सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।