कृषि सहकारी संस्था नैकॉफ ने सहकारी ऋणदाता एनसीडीसी का सारा बकाया चुका दिया है। इस खबर से न केवल बोर्ड के सदस्यों में उत्साह है बल्कि इससे जुड़े शेयरधारक भी राहत की सांस ले रहे हैं।
संस्था के एमडी वीके कोहली की ओर से भेजी गई एक प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, “नैकॉफ ने एनसीडीसी से 2016–17 के दौरान रांची में धान की खरीद और नैकॉफ के व्यवसाय को अन्य राज्यों में बढ़ाने के लिए कार्यशील पूंजी सहायता के रूप में 99.30 करोड़ रुपये का ऋण लिया था।”
“कुछ कारणों से, नैकॉफ समय पर एनसीडीसी को बकाया का भुगतान करने में विफल रहा। सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार ने नैकॉफ को एनसीडीसी को 30.9.2021 तक साधारण ब्याज के साथ मूल राशि का भुगतान करने को कहा था। इस संबंध में, यह सूचित किया जाता है कि नैकॉफ ने एनसीडीसी को 1,08,54,69,499/- रुपये की राशि का भुगतान कर दिया है, जिसमें मूल राशि और साधारण ब्याज शामिल है”, विज्ञप्ति के मुताबिक।
बाद में, भारतीयसहकारिता से बात करते हुए नैकॉफ के अध्यक्ष और सहकार जगत के जाने-माने चेहरे राम इकबाल सिंह ने कहा, “हमने केंद्रीय रजिस्ट्रार के निर्देशों का पालन किया है और सारा बकाया चुका दिया है। हमें राशि चुकाने के लिए 30 सितंबर की समय सीमा दी गई थी लेकिन हमने जुलाई में ही ब्याज सहित पूरी राशि का भुगतान कर दिया”।
पाठकों को याद होगा कि एनसीडीसी की शिकायत पर, सहकारी समितियों के केंद्रीय रजिस्ट्रार विवेक अग्रवाल ने अप्रैल 2021 में नैकॉफ को छह महीने के भीतर एनसीडीसी को ब्याज के साथ-साथ मूलधन चुकाने का निर्देश दिया था और एनसीडीसी को दंडात्मक ब्याज माफ करने को कहा था।
संस्था के अध्यक्ष ने यह भी कहा कि नैकॉफ ने इस साल कोविड की चुनौतियों के बावजूद शानदार प्रदर्शन किया है। सिंह ने कहा, “हमने 7.65 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ कमाया है और 2000 करोड़ रुपये का कारोबार किया है”। सिंह एनसीसीएफ के अध्यक्ष भी रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा कि उनकी संस्था एनसीसीएफ और केंद्रीय भंडार की तुलना में साल दर साल अच्छा प्रदर्शन कर रही है और वे अपने दम पर निविदाओं के माध्यम से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।