एकता पैनल” का प्रतिनिधित्व कर रहे गौतम ठाकुर ने सारस्वत सहकारी बैंक के चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है। पिछले रविवार को हुए चुनाव में ठाकुर की अगुवाई वाले पैनल को 92 प्रतिशत से अधिक वोट मिले।
मतदान के लिए देश के विभिन्न राज्यों में 154 केंद्र बनाए गये थे। सूत्रों का कहना है कि ‘एकता पैनल’ के सामने खड़े कई उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो गई। बता दें कि मुंबई जिला उप-पंजीयक जयंत डी. पाटिल को रिटर्निंग अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया था।
चुनाव परिणाम की घोषणा के तुरंत बाद ठाकुर ने कहा, “मजबूत प्रदर्शन, महामारी जैसे प्रतिकूल समय में भी बैंक की लगातार वृद्धि और सबसे बढ़कर, शेयरधारकों का विश्वास ही इस जीत के कारण बने। धन्यवाद, शेयरधारकों!”
इसमें कोई संदेह नहीं है कि जब से गौतम ठाकुर ने बैंक की बागडोर संभाली है तब से बैंक लगातार विकास पथ पर है और वित्त वर्ष 2020-21 में 67,042 करोड़ रुपये के कुल कारोबार को पार किया है। इसके अलावा, 728.05 करोड़ रुपये का सकल लाभ अर्जित करके बैंक ने इतिहास रचा है।
पाठकों को याद होगा कि चुनाव के लिए दाखिल नामांकन पत्रों की जांच 8 सितंबर 2021 को हुई थी और उम्मीदवार 9 सितंबर से लेकर 15 सितंबर 2021 तक अपना नाम वापस ले सकते थे। चुनावी मैदान में खड़े उम्मीदवारों की अंतिम सूची 15 सितंबर 2021 को ही सार्वजनिक की गई थी और मतदान 24 सितंबर को हुआ।
अब अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव 30 सितंबर 2021 को प्राचार्य बी.एन. वैद्य सभागृह, मुंबई में वार्षिक आम बैठक के दौरान होगा। भारतीय सहकारिता से बातचीत में कुछ नव-निर्वाचित निदेशकों ने कहा कि ठाकुर एक बार फिर बैंक के अध्यक्ष के रूप में कमान संभालने जा रहे हैं।
स्मरणीय है कि बैंक के बोर्ड में 16 सीटें हैं, जिनमें से 10 सीटें मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण की सीमा के भीतर रहने वाले और/या व्यवसाय करने वाले और/या लाभकारी व्यवसायों में लगे सोसायटी के सदस्यों के लिए आरक्षित हैं।
मुंबई महानगर क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण की सीमा के बाहर लेकिन महाराष्ट्र राज्य के भीतर रहने वाले सोसायटी-सदस्यों में से उम्मीदवारों के लिए चार सीटें आरक्षित हैं और राज्य में या भारत संघ में महाराष्ट्र राज्य या केंद्र शासित प्रदेशों के अलावा अन्य राज्य जहां बैंक की शाखाएं हैं या हो सकती हैं, में रहने वाले सोसायटी-सदस्यों में से उम्मीदवारों के लिए दो सीटें आरक्षित हैं।