इफको की पिछले सोमवार को आयोजित बोर्ड की बैठक में नियमित अध्यक्ष चुने जाने तक बोर्ड की बैठकों और एजीएम की अध्यक्षता करने के लिए संस्था के उपाध्यक्ष दिलीप संघानी के नाम के प्रस्ताव को पारित किया गया। संघानी उपाध्यक्ष के रूप में अपना कार्यभार संभालते रहेंगे।
उर्वरक सहकारी संस्था ‘इफको’ के एक निदेशक ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि, अध्यक्ष बलविंदर सिंह नकई के निधन से आहत, बोर्ड को एक नियमित अध्यक्ष के चुनाव पर ध्यान केंद्रित करने के लिए समय चाहिए।
बैठक का विवरण साझा करते हुए, इफको के उपाध्यक्ष दिलीप संघानी ने ट्वीट किया, “बोर्ड की बैठक में इफको के अध्यक्ष स्वर्गीय बलविंदर सिंह नकई को श्रद्धांजलि दी और अध्यक्ष के रूप में बैठक में भाग लिया”।
वर्तमान में संघानी एनसीयूआई और गुजकोमासोल के अध्यक्ष हैं। मल्टी स्टेट को-ऑप एक्ट के अनुसार, एक व्यक्ति दो संस्थाओं का अध्यक्ष हो सकता है और इस प्रकार संघानी को इफको का कार्यवाहक अध्यक्ष बनने में कोई समस्या नहीं है क्योंकि गुजकोमासोल एक बहु-राज्य सहकारी निकाय नहीं है, निदेशक ने कहा।
श्री बीएस नकई के निधन के बाद पहली बोर्ड बैठक में निदेशक मंडल ने दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत सरदार बलविंदर सिंह नकई को श्रद्धांजलि दी। दिल्ली में इफको मुख्यालय के बोर्डरूम में बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक के बारे में ट्वीट करते हुए, इफको के एमडी डॉ यूएस अवस्थी ने लिखा, “आज इफको के निदेशक मंडल ने दो मिनट का मौन रखकर स्वर्गीय सरदार बलविंदर सिंह नकई जी को श्रद्धांजलि दी। इफको ने एक अनुभवी सहकारी नेता खो दिया है, जिन्होंने जीवन भर सहकारी समितियों और कृषक समुदायों की सेवा की।
स्मरणीय है कि इफको के अध्यक्ष स्वर्गीय बलविंदर सिंह नकई का निधन लंबी बीमारी के बाद 11 अक्टूबर को हो गया। दिवंगत आत्मा के लिए भोग और अंतिम अरदास गुरुवार, 21 अक्टूबर को रखा गया है। यह कार्यक्रम पंजाब के बठिंडा के रामपुरा फूल स्थित स्वर्गीय श्री नकई के पैतृक स्थान ‘नकई फार्म’ पर होगा।
नकई एक बहुत लोकप्रिय सहकारी नेता थे। दिवंगत आत्मा को सहकारी नेताओं के अलावा, देश के प्रधानमंत्री, गृह मंत्री समेत कई केंद्रीय मंत्रियों ने श्रद्धांजलि दी।