इफको के प्रबंध निदेशक डॉ यू.एस.अवस्थी ने हाल ही में उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में स्थित संस्था की आंवला इकाई का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने इकाई प्रागंण में नैनो यूरिया प्लांट के निर्माण कार्यों का जायजा लिया।
बताया जा रहा है कि संयंत्र का कामकाज शुरू होने के बाद, आंवला इकाई प्रतिदिन लगभग 2 लाख बोतल तरल नैनो यूरिया उर्वरक (500 मिलीलीटर प्रत्येक) का उत्पादन करेगी। बता दें कि कोविड-19 के चलते अवस्थी ने एक लंबे अंतराल के बाद इफको की आंवला इकाई का दौरा किया। इससे पहले उन्होंने वर्चुअल रूप से इकाई के कामकाज का जायजा लिया था।
अपने दौरे के दौरान इफको के एमडी ने इंजीनियरों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की। इस अवसर पर आंवला इकाई के प्रमुख आई सी झा समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी उनके साथ थे।
एमडी ने कई बैठकों को भी संबोधित किया, जिसमें नैनो प्रौद्योगिकी और गुणवत्ता उर्वरक उत्पादन के बारे में विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने निर्माण इकाइयों की विभिन्न श्रेणियों का दौरा करते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ बातचीत की।
सोशल मीडिया के माध्यम से विवरण साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “इफको आँवला संयंत्र स्थित केन्द्रीय कार्यशाला में “जन-संवाद कार्यक्रम” के अंतर्गत मैंने इफको के कर्मियों से सीधा संवाद स्थापित किया। इफको एक संस्था नहीं बल्कि एक परिवार है और मेरा एक ही सपना है कि कृषि, सहकारिता, वानिकी और पर्यावरण संरक्षण में इफको परिवार की भूमिका सदैव सर्वोपरि रहे।”
इसके अलावा, एमडी ने आंवला परिसर में स्थित स्वर्गीय श्री पॉल पोथेन जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि भी अर्पित की। एमडी ने इफको के अपार विकास और कामकाज में उनके योगदान को याद किया।
उन्होंने स्थानीय सांसद धर्मेंद्र कश्यप से भी मुलाकात की और कृषि और सहकारिता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में इफको आंवला को “पर्यावरण संरक्षण” श्रेणी में पुरस्कार से नवाजा गया था।