केरल में सहकारिता क्षेत्र पर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से राजनेताओं का कब्जा है, जिन पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, न्यू इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक।
बताया जा रहा है कि पिछले छह वर्षों से 399 सहकारी समितियां घोटाले में लिप्त हैं और इस सूची में त्रिशूर जिला शीर्ष पर है, जहां 66 सहकारी संस्थान कथित रूप से भ्रष्टाचार में शामिल हैं।
यह खुलासा केरल के सहकारिता मंत्री वी एन वासवन ने राज्य विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में किया।