सोमवार को 76वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से इफको नैनो यूरिया का विशेष उल्लेख किया।
देश के सामने उपलब्धियों और चुनौतियों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘आज नैनो फर्टिलाइजर की फैक्ट्रियां देश में एक नई उम्मीद लेकर आई हैं। लेकिन प्राकृतिक खेती और रसायन मुक्त खेती आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दे सकती है।”
“आज देश में रोजगार के क्षेत्र में ग्रीन जॉब के नए-नए क्षेत्र बहुत तेजी से खुल रहे हैं। भारत ने नीतियों के द्वारा ‘स्पेस’ को खोल दिया है। दुनिया में ड्रोन की सबसे प्रगतिशील पॉलिसी लेकर आए हैं। हमने देश के नौजवानों के लिए नए द्वार खोल दिए हैं”, उन्होंने कहा।
इफको के एमडी डॉ यू.एस.अवस्थी ने प्रधानमंत्री को धन्यवाद देते हुए ट्वीट किया कि यह बहुत खुशी की बात है कि प्रधानमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में नैनो यूरिया और नैनो निर्माण इकाइयों के बारे में बात की।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में प्रधानमंत्री ने गुजरात में आयोजित एक कार्यक्रम में नैनो यूरिया राष्ट्र को समर्पित किया था। इसे भविष्यवादी बताते हुए मोदी ने कहा कि नैनो यूरिया आत्मनिर्भर भारत का एक आदर्श उदाहरण है।
जेम पोर्टल पर सहकारी समितियों की ऑनबोर्डिंग के मौके पर भारतीय सहकारिता संवाददाता से बात करते हुए, इफको के एमडी ने कहा था कि नैनो डीएपी और नैनो के अन्य संस्करणों के निर्माण के लिए काम प्रगति पर है। अवस्थी ने दावा किया, “अगले साल अप्रैल तक देश के किसानों को नैनो डीएपी भी उपलब्ध करा दिया जाएग।”
पिछले महीने गुजरात के हिम्मतनगर में सबर डेयरी की कई नई परियोजनाओं का उद्घाटन करते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नैनो यूरिया को किसानों के लिए गेम चेंजर बताया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वैश्विक कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद यूरिया की नीम-कोटिंग, बंद पड़े उर्वरक संयंत्रों को खोलना, नैनो उर्वरकों को बढ़ावा देना और सस्ती कीमतों पर यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित करने जैसे कदमों से देश और गुजरात के किसानों को फायदा हुआ है।