चुनाव वर्ष सहकारिता के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है क्योंकि राज्य और केंद्र दोनों में एक साथ होड़ लगी है कि मतदाताओं को कौन अपने पक्ष में कर पा रहा है . यदि मायावती ने गन्ना किसानों के लिए अपने एस.ए.पी. की घोषणा करके शो चुराया तो संप्रग सरकार ने 15000 बुनकर सहकारी समितियों के लिए समृद्दि की घोषणा की है.
रविवार को केंद्र में यूपीए सरकार ने उत्तर प्रदेश, जहां चुनाव होने हैं, में दो लाख सहित 13 लाख बुनकरों के लिए 6234 करोड़ रुपये पैकेज की घोषणा की.