सहकार भारती और राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन ने संयुक्त रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में स्थित मुबारकपुर बांगर गांव में एक ‘विशाल किसान सम्मेलन’ का आयोजन किया, जिसमें 400 से अधिक किसानों ने भाग लिया।
इस सम्मेलन का आयोजन अहार क्षेत्र के अवंतिका देवी मंदिर स्थित श्री रुक्मणी बल्लभ वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय परिसर में किया गया।
राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के डीजी अशोक कुमार व सहकार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर मुख्यातिथि के रूप में शामिल हुए।
पाठकों को याद होगा कि हाल ही में नेशनल मिशन फ़ॉर क्लीन गंगा ने सहकार भारती के साथ 75 सहकार गंगा ग्राम स्थापित करने के लिए एक एमओयू पर हस्ताक्षर किये थे। जिसकी पहली मीटिंग सोमवार को गंगा किनारे अवंतिका देवी स्थित श्री रुक्मणी बल्लभ वेद वेदांग संस्कृत महाविद्यालय परिसर में आयोजित की गयी।
इस मौके पर आसपास के गांवों के अलावा दूर दराज से आये सैकड़ो किसान,नेहरू युवा केन्द्र व गंगा विचार मंच के सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित हुए।
डीजी अशोक कुमार जी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एमएमसीजी व सहकार भारती के बीच हुए एक सहयोग के आधार पर देश में सहकारिता व जल क्षेत्र की सुरक्षा उत्पादकता,पर्यावरण, कृषि आदि सभी के लिए एक नया माहौल तैयार हो रहा है।
गंगा किनारे वालें लोग गंगा को प्रदूषण मुक्त करने में प्रथम इकाई के रूप में काम कर रही है, यहाँ से जुड़े लोगों को रोजगार के नए अवसर मिल रहे है। गंगा किनारे जैविक खेती को काफी बढ़ावा मिल रहा है,जिससे किसानों की आमदनी बढ़ रही है, उन्होंने कहा।
अपने संबोधन में सहकार भारती के अध्यक्ष दीनानाथ ठाकुर ने कहा कि गंगा सहकार ग्राम नयी अवधारणा है जो किसानों को खेत तैयार करने से लेकर उपज तैयार करने,इसे सुरक्षित रखने व इसका उचित मूल्य दिलाने का काम करेगी।यह सब एक व्यवस्था से होगा, मनुष्य की उत्पत्ति व्यवस्थाओं से पूर्व हुयी है,पहले मनुष्य आया है तब व्यवस्थाये आयी है।
कार्यक्रम में गंगा विचार मंच के राष्ट्रीय संयोजक डॉ भरत पाठक,नंदिता पाठक, नेकॉफ में चेयरमैन राम इकबाल सिंह,यूपी सहकार भारती के अध्यक्ष नरेन्द्र उपाध्याय, जीडीसीडीएफ बुलन्दशहर के चैयरमैन अनिल शर्मा व्यक्ति मौजूद रहे।